चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में कांग्रेस भवन में जिला अध्यक्ष सन्नी सिंकु के अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर रघुवर दास मुख्यमंत्री झारखंड सरकार के पश्चिम सिंहभूम जिले में चल रही तीन दिवसीय प्रवास कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए सन्नी सिंकु ने कहा कि कैंपा कानून के माध्यम से वन अधिकार अधिनियम 2006 जो कांग्रेस सरकार ने वन क्षेत्र में परंपरागत रूप से रहने वाले वनवासियों को वन पट्टा के माध्यम से बसाने का काम किया था. इसको झारखंड की सरकार खारिज कर वन क्षेत्रों में पूर्व से बसे लोगों को सुनियोजित षड्यंत्र कर विस्थापित करने का कार्य बड़े पूंजीपतियों के इशारे पर किया जा रहा है. भाजपा सरकार के मुखिया बताएं की उनके कार्यकाल में कितने लोगों को वन पट्टा दिया गया है. जिला प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा ने कहा की 2016 से 2019 के बीच डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फंड से पूरे जिला भर में खासकर जगन्नाथपुर विधानसभा जहां से सबसे ज्यादा फंड खदानों से उपलब्ध होता है, लाल पानी पीने पर अब तक लोग क्यों विवश है ? साथ ही नोवामुंडी क्षेत्र में खदानों और क्रशर प्लांटों से प्रभावित एवं विस्थापित लोगों का पुनर्वास एवं कल्याणकारी योजना कार्य वर्षों से लंबित क्यों है? प्रदेश कांग्रेस नेता त्रिशानु राय ने जिले में चल रही विकास योजना और संबंधित विभाग में हो रही भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े किए और मुख्यमंत्री से उक्त दिशा में पहल करने की उम्मीद जताई. बैठक में अन्य वक्ताओं ने भी अपनी अपनी बातें रखी साथ ही उम्मीद जताई मुख्यमंत्री ,पश्चिम सिंहभूम जिला में कुपोषण बेरोजगारी और पलायन रोकने की दिशा में किए गए 5 वर्षों के कार्यकाल मैं प्रयास को जनता को अवगत कराएंगे. बैठक में मुख्य रूप से कांग्रेस जिला अध्यक्ष सन्नी सिंकु, जिला उपाध्यक्ष सुरेश सावैयां, प्रदेश कांग्रेस नेता त्रिशानु राय, जिला उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, सहकारिता विभाग चेयरमैन नीरज कुमार झा, नगर संयोजक विकास वर्मा, फुटपाथ कांग्रेस चेयरमैन धर्मेन्द्र साह, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ अध्यक्ष इंदु शेखर तिवारी, जिला महासचिव लक्ष्मण सामड, थाना अध्यक्ष संतोष सिन्हा , जिला प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा, इंटक के इरशाद अहमद, बैजनाथ निषाद, राजेश दास तथा अन्य उपस्थित थे.