शार्प भारत डेस्क : हिंदू पंचांग में दो नवरात्रि को श्रेष्ठ माना गया है. एक चैत्र का महीना और दूसरा शारदीय नवरात्र का महीना होता है. चैत्र का महीना हिंदू नववर्ष का महीना होता है. चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा आराधना की जाती है. चैत्र प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना की जाती है और अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन के बाद पारण किया जाता है. इस समय मां दुर्गा के भक्त 9 दिनों तक उपवास रखते हुए पूजा और साधना करते हैं. इस वर्ष चैत्र नवरात्रि का त्योहार 02 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल तक चलेगा. वहीं इस वर्ष मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही है. (नीचे भी पढ़ें)
नौ दिनों का होगी नवरात्रि-
इस वर्ष नवरात्रि का महीना नौ दिनों का होगा. जो 2 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल को समाप्त होगा. वहीं व्रती 11 अप्रैल को कन्याओं को भोजन कराकर स्वयं भोजन करेंगे. देखा जाएं तो नवरात्रि बहुत कम ही पूरे नौ दिनों का होता है. कोई तिथि एक ही दिन होने के कारण इसे कभी 8 तो कभी 9 दिनों तक मनाया जाता है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है. इसे घटस्थापना भी कहा जाता है. नवरात्रि घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 02 अप्रैल 2022 शनिवार को सुबह 06 बजकर 10 मिनट से 08 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. (नीचे भी पढ़ें)
जानें कैसे करें कलश स्थापना-
चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना के लिए कुछ आवश्यक सामग्री की जरूरत होती है. जिसमें मिट्टी का कलश, जौ के बीज, गंगा जल, कुछ सिक्के, आम के पत्ते, कच्चे चावल, फूल, नारियल, लाल चुन्नी की आवश्यकता होती है. कलश स्थापना से पहले मिट्टी के कलश में थोड़ी सी मिट्टी डाल कर जौ डालें. ऐसा दो बार करें. फिर कलश के ऊपर हिस्से में मौली बांध दे और तिलक लगाएं. फिर कलश में गंगा जल भरें. इसमें सुपारी, दूर्वा, घास और सिक्का भी दालें. कलश के ऊपर अशोक के पत्ते रखें. उसके ऊपर नारियल रखें और चुन्नी को रक्षा सूत्र से बांध दें. कलश तैयार कर जमीन को गंगा जल से साफ कर कलश की स्थापना करें और सभी देवी-देवताओं को याद करते हुए विधिवत नवरात्रि की पूजा करें. (नीचे भी पढ़ें)
कलश स्थापना मुहूर्त-
01 अप्रैल (गुरुवार) को 11 बजकर 53 मिनट से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि आरंभ होगा.
02 अप्रैल (शुक्रवार) सुबह 11 बजकर 58 मिनट तक चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि रहेगा.
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: सुबह 06 बजकर 10 मिनट से सुबह 08 बजकर 31 मिनट तक.
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त: दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक.