जमशेदपुर : मारवाड़ी युवा मंच स्टील सिटी सुरभि शाखा द्वारा तुलसी विवाह के शुभ अवसर पर गुरूवार को होने वाले 11 बेटियों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दूसरे दिन बुधवार को वृदांवन से पधारे कथावाचक आचार्य राजेन्द्र महाराज ने व्यासपीठ से शिव-पार्वती विवाह पर परिचर्चा करते हुए कथामृत का भक्तों को रसपान कराया और कहा कि बुद्धि के अहंकार के कारण मनुष्य भगवान की भक्ति को भूल गया है। जबकि बुद्धि के द्वारा परमात्मा का परीक्षा मनुष्य कभी नहीं कर सकता। शिवजी और देवी सती से जुड़ी एक प्रचलित कथा का संक्षेप में चर्चा करते हुए कहा कि हमें कभी भी किसी के घर बिना बुलाए नहीं जाना चाहिए। अगर जीवन साथी सही बात कहे तो उसे तुरंत मान लेना चाहिए, उसका अनादर नहीं करना चाहिए। पुत्री या किसी अन्य स्त्री के सामने उसके पति की बुराई या अपमान नहीं करना चाहिए। व्यासपीठ से कथावाचक ने आगे कहा कि कि जीवन में चतुर्थ पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम मोक्ष प्राप्त करने के लिए ही विवाह संस्कार करवाया जाता है। (आगे की रिपोर्ट नीचे पढ़ें)
नारी की महानता बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी सफल पुरुषों के पीछे नारियों का हाथ रहा है देवभूमि भारत में ऐसी नारियां भी हुई है जो यमराज से अपने पति के प्राण भी बचा लिए। इसमें सत्यवान सावित्री की कथा जगत प्रसिद्ध है शिव पार्वती संवाद सुनाते हुए शास्त्री ने कहा कि पार्वती कहती है कि महादेव रामकथा मुझे अतिप्रिय लगाती है तथा आप मुझे राम के जन्म विवाह वनगमन लंका विजय तथा राजतिलक तक की पूरी कथा सुनाएं जिससे मुझे आत्म संतुष्टि मिल सके। संत महिमा बताते हुए उन्होंने कहा कि संत धरती पर ईश्वर का ही स्वरूप है जिनको सच्चे संतो का संग मिल जाता है भव सागर से सहज ही पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को आडंबरवाद से दूर रहते हुए अपनी क्षमता से अधिक खर्च नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से दरिद्रता बढ़ती है। इस दौरान कलाकारों ने शिव तांडव और शिव बारात की सुंदर झांकी प्रस्तुत की। इससे पहले आज के मुख्य यजमान रीना-सुरेश सेडूका (बिष्टुपुर) ने पूजा अर्चना की। महाराज जी ने तुलसी विवाह भी करावाया। कोविड संक्रमण के कारण कार्यक्रम स्थल पर महिलाओं की उपस्थिति काफी कम रखी गयी थी। सुरभि शाखा से जुड़ी महिलाएं भी ऑनलाइन कथा सुनी और भाव-विभोर हो उठी। (आगे की रिपोर्ट नीचे पढ़ें)
सामूहिक विवाह कल : साकची काशीडीह स्थित डीएसएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस परिसर में वृदांवन से पधारे कथावाचक आचार्य राजेन्द्र महाराज के सानिध्य में गुरूवार को सामूहिक विवाह का सभी कार्यक्रम संपन्न होगा। विवाह का पूरा खर्च समाज के गणमान्य लोगों के सहयोग से संस्था संभालेगी। साथ ही सभी जोड़ों को गृहस्थ के लिए आवश्यक सामग्री भी दी जाएगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की गाइडलाइन का पूरा पालन किया जा रहा है। कथावाचक आचार्य राजेन्द्र महाराज गुरूवार को रूकमणि विवाह पर भक्तों को कथा का रसपान करायेंगें।