जमशेदपुर : झारखंड सरकार द्वारा नियोजन नीति में मैथिली भाषा को शामिल नहीं करने से आक्रोशित मिथिला नवयुवक संघ के द्वारा रविवार को जुगसलाई फाटक गोलचक्कर के पास शांतिपूर्ण तरीके से विरोध-प्रदर्शन किया गया. इस दौरान संघ के कार्यकर्ताओं ने झारखंड सरकार से अपील की है कि नियोजन निति में मैथिली भाषा को भी शामिल किया जाए. मैथली भाषा को नियोजन नीति से हटाने से भाषा का अपमान भी हुआ है जबकि मैथली भाषा एक प्राचीन भाषा है. (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)
संघ के शंकर कुमार पाठक ने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा मैथिली भाषा को नियोजन नीति में जोड़ा जाए. वहीं शिवचंद्र झा ने कहा कि भारत सरकार की आठवीं सूची में भी मैथली भाषा को जगह दी गई है, तो झारखंड सरकार इसे क्यों नहीं शामिल कर रही है. झारखंड सरकार जब तक मैथिली को नियोजन नीति में शामिल नहीं करेगी तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा.