स्टूडेंट जोनJamshedpur annual principal conference - केंद्रीय विद्यालय संगठन का वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन...
spot_img

Jamshedpur annual principal conference – केंद्रीय विद्यालय संगठन का वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन जमशेदपुर में, विभिन्न केवीएस के प्राचार्यों ने लिया हिस्सा, शिक्षा गुणवत्ता में सुधार समेत अन्य मुद्दों पर दिया गया जोर

राशिफल

जमशेदपुर : झारखंड के रांची स्थित केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) का वार्षिक प्राचार्य सम्मेलन जमशेदपुर में आयोजित किया गया. होटल गोल्डन लीफ रेसॉर्ट में तीन दिवसीय कार्यक्रम का बुधवार को समापन हुआ. इस सम्मेलन में रांची संभाग के विभिन्न केन्द्रीय विद्यालयों के प्राचार्यों ने भाग लिया. सम्मेलन का उद्देश्य शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार, प्रशासनिक चुनौतियों का समाधान और नवीन शिक्षण विधियों पर चर्चा करना था. (नीचे भी पढ़ें)

सम्मेलन के दूसरे दिन केन्द्रीय विद्यालय संगठन की आयुक्त निधि पांडे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं. विशिष्ट अतिथि संयुक्त आयुक्त अजीता लॉन्गजेम के साथ आमंत्रित अतिथि नई दिल्ली की सहायक आयुक्त शशिकांत शर्मा भी उपस्थित रहे. आगत अतिथियों का झारखण्ड की परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया. अतिथियों के स्वागत के पश्चात केन्द्रीय विद्यालय रांची संभाग के उपायुक्त डीपी पटेल ने औपचारिक स्वागत किया. केन्द्रीय विद्यालय टाटानगर के छात्र-छात्राओं ने मधुर संगीत प्रस्तुत किया. केन्द्रीय विद्यालय हजारीबाग की प्राचार्य अंकिता शर्मा ने शानदार तरीके से केन्द्रीय विद्यालय रांची संभाग की विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त उपलब्धियों को वीडियो के द्वारा दिखाया. केन्द्रीय विद्यालय गढ़वा के प्रभारी प्राचार्य दीपक पांडेय ने शिक्षण के विशिष्ट तरीके की चर्चा की. (नीचे भी पढ़ें)

संयुक्त आयुक्त अजीता लॉन्गजेम ने कहा, “शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को समग्र रूप से विकसित करना है. हमें विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीक और ज्ञान से लैस करना है ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें. उन्होंने शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के विभिन्न उपायों पर चर्चा की. इसमें शिक्षकों के प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम में सुधार और विद्यार्थियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन शामिल था. शिक्षण में नई तकनीकों का उपयोग और विद्यार्थियों के लिए रोचक बनाने के तरीकों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया. अंत में आयुक्त ने केन्द्रीय विद्यालय के मूल्यों पर काम करते हुए लक्ष्यों को प्राप्त करने के तरीकों पर बल दिया. उन्होंने कहा आज की दुनिया तेजी से बदल रही है और इसके साथ ही शिक्षा क्षेत्र में भी नई चुनौतियां और अवसर सामने आ रहे हैं. डिजिटल लर्निंग का महत्व दिन-ब-दिन बढ़ रहा है और हमें अपने शिक्षण पद्धतियों में नवीनतम तकनीकों का समावेश करना होगा. अंतिम दिन विभिन्न सत्र रखे गये हैं जिसमें संभाग के उपायुक्त डीपी पटेल व सहायक आयुक्त सुजाता मिश्रा के साथ बलेन्द्र कुमार उपस्थित रहे.

Must Read

Related Articles

Floating Button Get News On WhatsApp
Don`t copy text!

Discover more from Sharp Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading