जमशेदपुर : वैश्विक संकट के इस दौर में एक ओर जहां केंद्र और राज्य सरकार वैश्विक आपदा से निपटने में जुटी हुई है, वहीं. निजी स्कूल और अभिभावक आमने सामने हैं आए दिन निजी स्कूलों के फरमान से अभिभावक आंदोलित हो रहे हैं. वैसे झारखंड सरकार ने पिछले दिनों निजी स्कूलों के साथ बैठक के बाद न्यूनतम फीस लिए जाने का निर्देश निजी स्कूलों को दिया था. वैसे झारखंड अभिभावक संघ और शिक्षा सत्याग्रह संगठन ने सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई है. जहां उन्होंने साफ कर दिया है नो स्कूल, नो फीस, यानी पढ़ाई नहीं तो फीस नहीं. वहीं इसको लेकर दोनों ही संगठनों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल आज जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय पहुंचा जहां उन्होंने जिले के शिक्षा अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर निजी स्कूलों के मनमानी पर रोक लगाए जाने की मांग की है. साथ ही इन्होंने साफ कर दिया है, कि सरकार की ओर से जो दिशानिर्देश निजी स्कूलों को जारी किए गए हैं उस पर भी निजी स्कूल अमल नहीं कर रहे है. उन्होंने सरकार के फैसले पर आपत्ति जताई है, और कहा है कि इस पर सरकार को एक बार फिर से फैसला लेना चाहिए.
इन मांगो के समर्थन में सौंपा गया ज्ञापन :
1) नो स्कूल नो फ़ीस और लॉकडाउन अवधि की फ़ीस पर ज्यादा से ज्यादा राहत मिले.
2) सरकार के स्तर से ठोस लिखित आदेश और अधिसूचना निर्गत होने तक सभी प्रकार के फ़ीस वसूली पर रोक लगे.
3) कोरोना वायरस की वैक्सीन और दवा बनने तक स्कूलों को बंद रखा जाये.
4) सभी कोटि के निज़ी स्कूलों की प्रशासन के स्तर से जाँच कमिटी गठित कर स्पेशल ऑडिट हो और ऑडिट रिपोर्ट को सार्वजनिक पोर्टल पर जारी किया जाये.
5) अभिभावकों से विमर्श और सहमति के बगैर स्कूल नहीं खोले जायें.
इन स्कूलों से जुड़े अभिभावक प्रतिनिधि रहें मौजूद थे-डीएवी बिष्टुपुर, डीबीएमएस स्कूल, लोयोला स्कूल, केरला समाजम स्कूल, हिल टॉप, एग्रिको तारापोर स्कूल, एसकेपीएस स्कूल, माउंट लिटेरा ज़ी स्कूल, गुलमोहर स्कूल टेल्को, जुस्को स्कूल साउथ पार्क, चिन्मया विद्यालय बिष्टुपुर, श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल, विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, शिक्षा निकेतन, राजेंद्र विद्यालय, कदमा जुस्को स्कूल, विवेक विद्यालय छोटा गोविंदपुर, मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, रामकृष्ण मिशन स्कूल, डीएसएम स्कूल, वैली व्यू स्कूल.
प्रदर्शन में शामिल रहें-विजय तिवारी, अप्पु तिवारी, अंकित आनंद, डॉ. पुष्पा श्रीवास्तव, प्रवीण प्रसाद, शादाब खान, संजीव कुमार, अमित नंदी, मनोज कुमार, प्रकाश कुमार, सच्चिदानंद सिंह, मुकुल पोद्दार, रवि सोनकर, सुमित गोपाल, दीपक यादव, श्रवण कुमार घोष, रूमा साव, शेखर मंडल, मुकेश राजन, अनिल कुमार ओझा, मनोज कुमार, रौशन लाल, अनवानी बेगम, अमरनाथ चौधरी, श्रीकांत, लल्लू समेत काफ़ी संख्या में अभिभावक प्रतिनिधि मौजूद थे.