जमशेदपुर : करीम सिटी कॉलेज जमशेदपुर के आइक्यूएसी के तत्वधान में नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम निर्माण के विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई । महाविद्यालय के सभागार में आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में कॉलेज के सभी विभागों के प्राध्यापक एवं सभी स्नातकोत्तर कर्मचारी शामिल हुए। रिसोर्स पर्सन के रूप में कोल्हन विश्वविद्यालय आइक्यूएसी के निर्देशक एवं भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक डॉ रंजीत कुमार कर्ण उपस्थित हुए। कार्यशाला दो तकनीकी सत्रों पर आधारित थी। पहले सत्र में अतिथि विद्वान डॉ कर्ण ने नई शिक्षा नीति के तहत तैयार होने वाले स्नातक के पाठ्यक्रम की एक रूपरेखा प्रस्तुत की। इसके तहत उन्होंने नई शिक्षा नीति की आवश्यकता, इसके लिए कमेटियां, इसके पीछे के उद्देश्य एवं विशेषताएं तथा इसे लागू कर लाभान्वित बनाने जैसे अहम बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया की स्नातक चार वर्षों का होगा। पहले साल का पाठ्यक्रम सर्टिफिकेट कोर्स कहलाएगा, दूसरे साल का पाठ्यक्रम डिप्लोमा कोर्स, तीसरे साल का पाठ्यक्रम स्नातक कोर्स तथा चौथे साल का पाठ्यक्रम शोध स्नातक कहलाएगा। (नीचे भी पढ़ें)
कार्यशाला आरंभ होने से पूर्व कॉलेज के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने पुष्पगुच्छ समर्पित कर अतिथियों का स्वागत किया तथा स्वागत भाषण करते हुए कहा कि समय बदल रहा है तथा जीवन की चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। ऐसे में आवश्यकता है कि समयानुसार हमारा पाठ्यक्रम भी बदले। सत्र के अंत में प्रश्नोत्तर का सत्र रखा गया जिसमें मुख्य अतिथि ने शिक्षकों के प्रश्नों के उत्तर दिए। भोजन के बाद कार्यशाला का दूसरा सत्र प्रारंभ हुआ जिसमें महाविद्यालय के सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक तथा शिक्षकेतर कर्मचारियों ने भाग लिया। इस सत्र में नई शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम निर्माण पर विमर्श हुआ तथा उसमें उत्पन्न होने वाली बाधाओं का निदान भी तलाश किया गया। कार्यशाला का संचालन आइक्यूएसी के समन्वयक तथा अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ यहिया इब्राहीम ने किया। यह कार्यशाला के समापन पर आइक्यूएसी के सहायक समन्वयक डॉ मो मोइज अशरफ के धन्यवाद ज्ञापन किया।