जमशेदपुर : आदित्यपुर स्थित श्रीनाथ पब्लिक स्कूल में संविधान दिवस मनाया गया. इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण के प्रार्थना सभा में बच्चों ने संविधान को लेकर हिंदी एवं अंग्रेजी में भाषण दिए. साथ में मौलिक अधिकारों को उन्होंने तख्त पर लगाकर बच्चों को उसके बारे में बताया. इस अवसर पर विद्यालय केसीसीए ग्रुप की कोऑर्डिनेटर प्रवीण अरोड़ा द्वारा विभिन्न कक्षाओं के लिए अलग-अलग प्रतियोगिताएं रखी गयी थी. कक्षा प्रथम से तृतीय के छात्रों के लिए थम्म पेंटिंग, कक्षा चतुर्थ, पंचम एवं षष्ठ के लिए चेहरा रंगना, सप्तम-अष्टम एवं नवम के लिए नाखून पर चित्रकारी और टी शर्ट पेंटिंग रखा गया. (नीचे भी पढ़ें)
इस प्रतियोगिता चेहरा रंगना के विजेता प्रथम मामुनि दस कक्षा पांचवी बी, द्वित्य इशा महतो कक्षा पांचवी बी और तृत्य दीपिका महतो कक्षा छटी ऐ. नाखून पर चित्रकारी के प्रथम विजेता कहकशा अंजुम कक्षा सातवीं ऐ, द्वित्य मौली सरदार कक्षा अष्टम ऐ, तृत्य शिपरा महतो कक्षा सातवीं ऐ और टी शर्ट पेंटिंग के प्रथम विजेता श्रेयषी ढल कक्षा नावी, निक्की कक्षा अष्टम बी, अनुष्का घोष कक्षा सातवीं ऐ है. बच्चों ने संविधान पर आधारित अपने सोच को विभिन्न तरह के रंगों में रंगकर एवं अपने कलाकारी द्वारा चित्रित किया. विद्यालय के प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह अकादमी डायरेक्टर दिलीप कुमार महतो एवं समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यक्रम में उपस्थित हुए. दिलीप कुमार महतो ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान हमारा देश का है. (नीचे भी पढ़ें)
इसे बनने में 2 वर्ष 11 महीने लगे थे. इस दिवस का उद्देश्य देश के संविधान के बारे में नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाना और संविधान मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना है. यह अधिक पुराना तो नहीं है. वर्ष 2015 से यह प्रचलन में आया. वही प्रधानाचार्य ने कहा कि भारत का संविधान उन सिद्धांतों और दृष्टांताओं का लेखा-जोखा है जिनके आधार पर देश की सरकार और नागरिकों के लिए मौलिक, राजनीतिक, सिद्धांत प्रक्रियाएं, अधिकार, दिशा-निर्देश, प्रतिबंध और कर्तव्य आदि तय किए गए हैं. हम समस्त भारतीय संविधान का सम्मान कर उनकी मार्गदर्शन का मर्यादा पूर्वक पालन करें जो देश की सर्वोच्च सम्मान एवं गौरव की बात है.