जमशेदपुर : टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट के कर्मचारियों के लिए यह सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है. इसकी वजह है कि इसीबीएस 2.0 के प्रोमोशन परीक्षा के मॉड्यूल को लेकर फैसला लिया जा सकता है. इसीबीएस 2.0 को लेकर चल रहे हंगामा के बीच मैनेजमेंट और यूनियन के बीच कई दौर की वार्ता हो चुकी है. अगर सबकुछ ठीक रहा तो इस सप्ताह इसको लेकर समझौता हो जायेगा. सूत्रों ने बताया है कि शनिवार तक समझौता हो जायेगा क्योंकि लगभग चीजें तय हो चुकी है. यह तय हो चुका है कि वैसे कर्मचारी जो इसीबीएस 1.0 की परीक्षा पास कर चुके है, उनको इसीबीएस 2.0 की परीक्षा पास करना अनिवार्य नहीं होगा और उनको प्रोमोशन दे दिया जायेगा. एनएस ग्रेड के कर्मचारी इससे ज्यादा लाभांवित होंगे क्योंकि वे लोग ही इसीबीएस 1.0 की परीक्षा दिये है. पुराने ग्रेड स्ट्रक्चर, जिसको ओल्ड सीरीज कहते है, उसको लेकर एक साल तक पूरी तरह राहत दे दी जायेगी. इसके जरिये एक साल के भीतर सबका प्रोमोशन सामान्य तौर पर होगा. (नीचे भी पढ़ें)
एक साल के बाद लेकिन जो भी प्रोमोशन होगा, उसको इसीबीएस 2.0 की परीक्षा पास करना जरूरी होगा. इसीबीएस 2.0 के परीक्षा मॉडल के कारण करीब 7 हजार कर्मचारियों का प्रोमोशन लटका हआ है. इसकी वजह है कि सारे कर्मचारियों के लिए यह नियम लगा दिया गया है कि उनको इसीबीएस 2.0 की परीक्षा पास करना जरूरी होगा. गौरतलब है कि कंपनी प्रबंधन ने पिछले महीने इसीबीएस 1.0 पास कर चुके एनएस ग्रेड के कर्मचारियों के लिए प्रमोशन के लिए इसीबीएस 2.0 को उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया था. इसके लाने से करीब 4000 एनएस ग्रेड के कर्मचारियों के प्रमोशन पर ग्रहण लग गया था. नए प्रावधान के विरोध में एनएस ग्रेड के कमेटी मेंबरों ने यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी टुन्नू से मिलकर रोक लगाने का आग्रह किया था. अध्यक्ष ने प्रबंधन को मेल भेजा और वार्ता भी हुई. फिर उपाध्यक्ष संजीव तिवारी और सहायक सचिव श्याम बाबू ने इस मुद्दे पर पदाधिकारियों की मीटिंग बुलाकर समस्या के समाधान के लिए अध्यक्ष से आग्रह किया. इस पर आफिस बियरर्स मीटिंग हुई और समस्या पर चर्चा के बाद प्रबंधन से मुद्दे पर वार्ता भी हुई. प्रबंधन की ओर से 31 मार्च तक नए प्रवधान को लागू नहीं करने का आश्वासन दिया गया.
क्या है इसीबीएस 2.0
टाटा स्टील में एनएस ग्रेड में 12 ग्रेड हैं, जिसे तीन-तीन ग्रेड में चार ब्लॉक में बांटा गया है. पहले ब्लॉक में एनएस-1 ग्रेड से एनएस-2 ग्रेड में प्रमोशन के लिए इसीबीएस 1.0 कोर्स के तहत 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होता था जबकि एनएस-2 से एनएस-3 ग्रेड में जाने के लिए 75 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य था. एनएस-3 से दूसरे ब्लॉक में जाने के लिए 75 प्रतिशत अंक जरूरी था. फिर प्रत्येक ब्लॉक में प्रमोशन और दूसरे ब्लॉक में जाने के लिए यही प्रावधान लागू था. एनएस ग्रेड के कमेटी मेंबरों के अनुसार, कॉमन वेज स्ट्रक्चर लागू होने से पहले ही 1.0 कोर्स पूरा कर लिया है और वे प्रमोशन के इंतजार में थे. लेकिन उन्हें भी 2.0 उत्तीर्ण करने के लिए कहा गया है. कमेटी मेंबरों का कहना है कि नया प्रावधान ओल्ड सीरीज के लिए लाया गया. ओएस ग्रेड को एक प्रमोशन देकर उन्हें इसीबीएस पास करने के लिए छह माह का समय दिया गया है जबकि एनएस ग्रेड को बिना कोई समय दिए प्रमोशन रोक दिया गया है. इसी तरह स्टील वेज (पुराने) के कर्मचारियों का कहना है कि पूर्व में हुए समझौते के अनुसार यह सिर्फ नई बहाली पर लागू था लेकिन कॉमन वेज समझौता के बाद सभी पर लागू कर दिया गया है.