जमशेदपुर : जमशेदपुर के सोनारी स्थित कागलनगर सामुदायिक केंद्र टाटा स्टील में शास्त्रीय संगीत की शाम सजी. शास्त्रीय संगीत को समर्पित संस्था समागम के तत्वाधान में “एक शाम शास्त्रीय संगीत के नाम “ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाजसेवी पूर्वी घोष को संस्था की ओर से देवार्घ्य रॉय ने पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति में प्रियंका दत्ता ने एकल तबला वादन की प्रस्तुति दी. अपने तबला वादन में तीन ताल पेश किये. प्रियंका का तबला वादन युवा जोश से सराबोर था. हारमोनियम पर अमिताभ दत्ता ने सराहनीय संगत दी. शिवप्रसाद मुखर्जी ने सितार वादन की प्रस्तुति दी उन्होंने अपने सितार वादन में राग पुरिया कल्याण की प्रस्तुति दी. तबले पर कृष्णेंदु पाल ने सराहनीय संगत किये.
दूसरी प्रस्तुति में सोहिनी रॉय चौधरी ने राग मारू बिहाग में विलंभित एकताल में “रसिया जाओ ना…..” , द्रुत तीन ताल में “जागु मै सारी रैना बलमा ……” एवं अंत में राग मिश्र खमाज पर आधारित ठुमरी “मोरी मानो बतिया …..” पेश किया. तबले पर आसिफ खान एवं हारमोनियम पर अशोक प्रमाणिक ने सराहनीय संगत दी. अपने कर्णप्रिय प्रस्तुति के दौरान सोहिनी ने ऐसा समां बाँधा की सभी वाह वाह कर उठे. कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में सुभ्रांग्शु भट्टाचार्जी ने सरोद वादन पेश किये अपने सरोद वादन में उन्होंने राग बागेश्री पेश की. अंत में राग किरवानी में धूम के साथ सरोद वादन समाप्त किये. शुभ्रंग्शु ने रागों को परत दर परत खोलते हुए श्रोताओं को प्रभावित किया. सभागार में जब सरोद के साथ तबला की गूंज का लय मिला तो लोग ताली बजाने को विवश हो गए. वे अपनी लहरियां जैसे–जैसे बिखेरते गए श्रोता ठहरते चले गए. पूरा सभागार शुभ्रंग्शु का सरोद एवं प्रदीप भट्टाचार्जी के तबला वादन से गुज्यामान रहा. तबले पर प्रदीप भट्टाचार्जी ने सराहनीय संगत दिया. मंच संचालन सुभाष बोस ने किया.