जमशेदपुर : झारखण्ड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक में व्याप्त घोटाले तथा अनियमितताओं पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया तथा बैंकिंग लोकपाल ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सारे घोटाले की जांच गहराई से शुरु करने के साथ ही बैंक पर 14 लाख 40 हजार रुपये पेनाल्टी ठोक दिया है. झारखण्ड राज्य स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक ने विगत 9 अगस्त 2019 को डिमाण्ड ड्राफ्ट L.T no.- 895 दिनांक 9 अगस्त 2019 द्वारा पेनाल्टी की राशि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को जमा कर दी है. बैंकिंग लोकपाल, रिजर्व बैंक तथा नाबार्ड द्वारा घोटाले की जांच शुरु कर दी गयी है. निबंधक सहयोग समितियां सुचित्रा सिन्हा (आईएएस) ने तीन सौ पृष्ठों के जांच प्रतिवेदन में पचास करोड़ से अधिक के घोटाले की पुष्टि करते हुए पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा कर दी है, जिसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री ने भी संचिका में दे दी है, पर कृषि एवं सहकारिता विभाग में बैंक के घोटालेबाजों ने संचिका को दबवा कर रखा है. यह जानकारी सहकारिता अध्ययन मंडल के अध्यक्ष बिजय कुमार सिंह ने दी.