रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर : विदेशी शराब दुकान का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. मंगलवार को विधायक सुखराम उरांव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूरे मामले में विभाग ही पूर्ण रूप से दोषी है. सारा खेल विभाग के संरक्षण में होता रहा है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायक ने उत्पाद अधीक्षक की करवाई को जांच की दिशा को भटकाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब वे साफ तौर पर आरोप लगाये थे या जो मामला है वह सील पर था. दुकान की स्टॉक जांच के समय जो त्रुटियां सामने आई है और उस बात को अधीक्षक ने भी स्वीकार किया है. उन्होंने पूरे खेल में अधीक्षक का पूर्ण रूप से दोषी बताते हुए कहा है कि यदि दुकानदार पर कार्रवाई कर मामले को समेट दिया जाता है तो पूरे मामले को विधानसभा में उठाएंगे. यदि अधीक्षक पाक साफ हैं तो जब राज्य के सीएम व विभागीय मंत्री को दी गयी है और ऐसे समय में जब शराब दुकान की स्टॉक जांच की गई तो आखिर एक दंडाधिकारी को नियुक्त क्यो नहीं किया गया. या फिर उन्हें सूचना क्यों नहीं दी गयी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये सिर्फ चक्रधरपुर का ही मामला नहीं है बल्कि पूरे राज्य का मामला है. चक्रधरपुर का मामला तो अति गंभीर है.
उल्लेखनीय है कि शहर में लॉक डाउन के दौरान विदेशी शराब दुकान से गलत तरीके से शराब निकालकर मार्केट में ऊंचे दाम पर बेचने का मामला अब तूल पकड़ रहा है. इसमें अहम बात यह है कि विधायक सुखराम उरांव के द्वारा इसकी शिकायत राज्य के मुख्यमंत्री से की गयी थी. उसके बाद से यह मामला और भी गंभीर हो गया है. इसको लेकर उत्पाद विभाग की ओर से चक्रधरपुर शहर की विभिन्न दुकानों की स्टॉक पंजी की जांच की गई और स्टॉक का वेरिफिकेशन किया गया. जांच के दौरान कई दुकानों में पंजी में त्रुटि पाई गई है.
इससे इस बात को और बल मिलता है कि अब कार्रवाई होना तय है. कार्रवाई का दायरा क्या होगा, कार्रवाई किस स्तर की होगी यह विभाग का मामला है. लेकिन इतना तय है कि लॉक डाउन के दौरान चक्रधरपुर शहर में विदेशी शराब दुकान, जो दुकानें सील थी, उससे शराब निकाल कर गलत तरीका से ऊंचे दाम पर शहर एवं आसपास इलाके में बिक्री हुई है. दूसरा पहलू ये है कि चक्रधरपुर शहर में विदेशी शराब बिक्री हो रही थी तो शराब कहां से आ रहा था. इधर भाजपा नेता संजय मिश्रा ने भी उपायुक्त को चिट्ठी प्रेषित कर जांच करने की बात कर मामले को और गरम कर दिया है. उत्पाद विभाग विभाग की टीम ने उत्पाद अधीक्षक के नेतृत्व में सभी शराब दुकानों की स्टॉक वेरिफिकेशन किया है. अब विभाग आगे की कार्रवाई करने में जुटा हुआ है, इसके बाद अब चक्रधरपुर में कई विदेशी शराब दुकान के मालिकों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.