रांची : झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इससे राज्य सरकार के साथ ही राज्यवासी भी खासे चिंतित हैं. मंगलवार की दोपहर रांची के हाटस्पॉट हिंदपीढ़ी में जहां कोरोना संक्रमण का एक मामला प्रकाश में आया वहीं शाम होते-होते दो नये मामले भी सामने आ गये. इस तरह मंगलवार शाम तक तीन नये कोरोना पॉजेटिव मरीज मिले हैं. तीनों नये मरीज रांची के हिंदपीढ़ी से हैं. इन तीनों को मिला कर राज्य भर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ कर कुल 106 हो गयी है. जानकारी के अनुसार अभी संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट आनी है. रिपोर्ट आने के बाद आंकड़ा कहां तक पहुंचता है, यह देखना है. उल्लेखनीय है कि झारखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों ने राज्य की चिंता बढ़ी दी है. सूबे में कोरोना का दायरा बढ़ता जा रहा है. रांची, हजारीबाग, कोडरमा, बोकारो, गिरिडीह, धनबाद, सिमडेगा, गढ़वा, पलामू, देवघर के बाद अब जामताड़ा में भी कोरोना ने दस्तक दे दी है. झारखण्ड में कोरोना के रफ़्तार में काफी बढ़ोतरी हुयी है. अब अगर जनता इस मामले में और भी गंभीर नही होती है तो स्थिति कुछ भी हो सकती है. इसलिए आवश्यकता है की सामाजिक दुरी को बरक़रार रखे और लॉक डाउन का गंभीरता से पालन करे.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अधिक से अधिक सैंपल की जांच करने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से सभी लैब के लिए जिला निर्धारित किया गया है. एमजीएम वायरोलॉजी लैब के लिए कोल्हान के अलावा हजारीबाग, बोकारो जैसे हाटस्पाट जिला भी निर्धारित किया गया है. ऐसे में इन जिलों से आने वाले सैंपल की जांच प्राथमिकता के साथ की जा रही है क्योंकि सरकार का ही गाइडलाइन है कि हाटस्पाट वाले क्षेत्रों के सैंपल की जांच पहले की जाए. इसी गाइडलाइन के अनुसार अब तक कोल्हान में मरीज नहीं होने से यहां के सैंपल की जांच बाद में तथा जिन जिलों में मरीज मिल चुके हैं वहां के सैंपल की जांच पहले की जा रही है. वहीं सरकारी आदेशानुसार जब किसी संदिग्ध मरीज के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आ जाता है तब तक उसे आइसोलेशन वार्ड में ही रखना होगा. इसलिए एमजीएम आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की संख्या पहली बार 58 पहुंच गई है. अस्पताल अधीक्षक डॉ संजय कुमार ने कहा कि कि आइसोलेशन वार्ड की हर घंटे मानिटरिंग की जा रही है ताकि वहां रहने वाले मरीजों को कोई परेशानी न हो.