जमशेदपुर : जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के एक शादीशुदा महिला को झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने और बाद में शादी से इंकार करने के एक मामले सुनवाई कर रही जमशेदपुर कोर्ट के एडीजे -5 मंजू कुमारी की अदालत ने आरोपी शफकल अली को साक्ष्य अभाव में गुरुवार को सुनवाई के दौरान बरी कर दिया. इस मामले में दोनों पक्ष की ओर से समझौता कर लिया गया था. घटना वर्ष 2021 की हैं. महिला ने साकची महिला थाना पुलिस को बताई थी कि वह फीट जनरेशन एरा में काम करती थी. वहीं आरोपी शफकल अली से मुलाकात हुई थी. जान-पहचान बढ़ी तो आरोपी ने पसंद करने की बात बोलकर शादी करने का प्रस्ताव भी रखा और होटल में लेजाकर शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा जाहिर की. विरोध के बावजूद आरोपी ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए. जब शादी करने क बात आई तो धमकी देने लगे क्योंकि घटना के छह माह पूर्व वह अपने पति से तलाक ले लिया था. (नीचे भी पढ़ें)
कयू आर कोड का गलत इस्तेमाल कर साइबर फ्रॉड करने के आरोप से एक साक्ष्य के अभाव में बरी
जमशेदपुर : कयू आर कोड का गलत इस्तेमाल कर साइबर फ्रॉड करने के एक मामले सुनवाई कर रहे जमशेदपुर कोर्ट के स्पेशल कोर्ट साइबर न्यायाधीश आभास वर्मा की अदालत ने बुधवार को आरोपी बिरसानगर जोन नंबर 8 के रहने वाला नवजीत बारी को साक्ष्य अभाव में बरी कर दिया. इस मामले में कुल चार लोगों की गवाही हुई थी. एक अक्टूबर 2023 को एफआइआर दर्ज कराई गई थी. ग्वाला बस्ती बाबूडीह भूइयांडीह के रहने वाला सागर कुमार ने एफआईआर दर्ज करते हुए पुलिस को बताया था कि वह बारीडीह बजरंग चौक स्थित राहु – केतु नामक साइबर कैफे चलता हैं। आनलाइन का काम करता था. जरूरतमंद लोगों को काउंटर से रूपए मांगवाकर कैस रूपए निकाल कर देता था. इसके एवज में ग्राहकों द्वारा एक हजार रूपए पर दस रूपए का कमीशन देता था. 28 सितंबर 2023 की सुबह 11 बजे एक लड़का दुकान पर आया और बोला उनके पिता बहार में रहते हैं रूपए भेजेंगे. लेकिन मेरे पास कोई एकाउंट नहीं हैं इस लिए पैसा आप के एकाउंट में मंगवाकर हमे निकाल कर दे जो कमीशन होगा दे देगा. उसे अपना क्यू आर कोड उसके मोबाइल में डाल दिया. कुछ देर के बाद उनके एकाउंट नंबर पर पांच हजार रूपए भेजा गया उसे निकालकर रूपए दे दिया. इस प्रकार दूसरे दिन भी आया और बोला कि मां बीमार हैं। रूपए की जरूरत हैं. कहकर उनके एकाउंट में 25.500 रूपए भेजा गया. तीसरी बार 15.500 रूपए आया उसे भी निकाल कर दे दिया. एक अक्टूबर को एक्सिस बैंक से फोन आया और बोला की आप की एकाउंट से साइबर फ्रॉड किया गया हैं. एकाउंट फ्रीज कर दिया गया हैं. पुन: 15 अक्टूबर को आया और 40.000 रूपए निकासी का बात बोला गया तब उसने अपना कयू आर कोड दे दिया. लेकिन रूपए नहीं आया क्योंकि उनकी एकाउंट फ्रीज किया गया था. तब उसने पूछा कि रूपए कहा से और कौन भेजता हैं पूछने पर वह घबड़ा गया और बिना कुछ बोले वहां से भागने लगा. हल्ला करने पर लोगों ने उसे पकड़ लिया. पूछताछ में उक्त लड़का ने आपना नाम नवजीत बारी बताया और बोला कि यह काम सौरभ सिंह के द्वारा किया जाता हैं जो कोलकाता में रहता हैं. वही मास्टर माइंड हैं और रूपए शुभोजीत के आईडी से भेजा गया था. पकड़े नवजीत को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था जबकि अन्य के खिलाफ अनुसंधान जारी हैं.