जमशेदपुर : जमशेदपुर के कुख्यात अपराधी अखिलेश सिंह एवं संतोष पांडेय द्वारा जमशेदपुर शहर के तीन लोग हरपाल सिंह हारे, शंकर मुण्डा और एक होटल मालिक की हत्या को अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश से मांगाए गए शूटर अमरजीत पांडेय और वसीम अंसारी उर्फ इमरान के मामले में सुनवाई कर रहे जमशेदपुर कोर्ट के एडीजे -4 राजेन्द कुमार सिन्हा की अदालत में शुक्रवार को आरोपी अखिलेश सिंह, जसबीर सिंह और शिव शंकर दुबे की बयान 313 (दंड प्रक्रिया संहिता) के तहत कलमबंद किया हैं. बयान में तीनों ने घटना को झूठा बताया कहा उन्हें घटना की जानकारी नहीं हैं. कोर्ट ने बयान दर्ज किए जाने के बाद अब 3 जून को बहस के लिए तिथि मुकर्रर कर दी हैं. इस मामले में अबतक कुल 13 लोगों की गवाही हुई हैं. घटना 19 अक्टूबर 2011 की हैं. (नीचे भी पढ़ें)
तत्कालीन सिदगोड़ा थाना प्रभारी बिनोद कुमार के बयान पर अखिलेश सिंह, जसबीर सिंह, शिव शंकर दुबे, वसीम अंसारी उर्फ इमरान (थाना मारकुंडी,सोनभद्र), धर्मेन्द्र प्रधान, अमरजीत पांडेय (गाजियाबाद उत्तर प्रदेश) के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था. इसमें बताया था कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात अपराधी अखिलेश एवं संतोष पांडेय ने बहार से शूटर मांगावाकर सिदगोड़ा में ठहराए हुए हैं. इनकी रहने खाने पीन का व्यवस्था जसबीर सिंह कर रहे हैं. सूचना पर पुलिस टीम गठित कर जसबीर सिंह को बारीडीह के पाखरडीह जोन नम्बर 7 आवास में छापेमारी कर जसबीर को गिरफ्तार किया. (नीचे भी पढ़ें)
उसके घर से अखिलेश की कोर्ट से संबंधित खर्च का लेखाजोखा,रंगदारी वसूल कर बैंक में जमा करने व मोबाइल रिचार्ज से संबंधित डायरी आदि जब्त किया गया था. जसबीर के निशानदेही पर सिदगोड़ा क्रास रोड नंबर तीन क्वार्टर नंबर 23 में छापेमारी कर दोनों शूटर वसीम अंसारी और अमरजीत पांडेय को गिरफ्तार किया, दोनों के पास से लोडेड पिस्तौल मैग्जीन और जिन्दा गोली बरामद किया गया था. इनके अलावे धर्मेंद्र प्रधान, शिव शंकर दुबे को भी गिरफ्तार किया गया था. जसबीर ने पुलिस को बताया था कि वह अखिलेश के लिए काम करता हैं. उस प्रति माह सात हजार रूपए के अलावे काम के अनुसार पैसा देता था.