रांची : झारखंड की राजनीति के चाणक्य और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा से मुखर रहे निर्दलीय विधायक सरयू राय धनबाद से चुनाव नहीं लड़ेंगे. सोशल मीडिया पर यह ऐलान करते हुए उन्होंने कहा है कि वह नहीं चाहते हैं कि ढुल्लू विरोधी वोट का धनबाद में बिखराव हो और ढुल्लू महतो जीत जाएं इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया कि वे धनबाद से चुनाव नहीं लड़ेंगे. श्री राय ने कहा कि ढुल्लू माफिया है, उसने रैयतों की 200 एकड़ जमीन हड़पा है. ऐसे माफिया का चुनाव में हारना जरूरी है. सरयू राय ने लगे हाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लपेटते हुए कहा कि ढुल्लू महतो ने किसानों की 200 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया है. पीएम बहुत गारंटी देते फिर रहे हैं. वह यह गारंटी दे दें कि ढुल्लू महतो किसानों की हड़पी जमीन वापस कर देंगे. उन्होंने कहा कि ढुल्लू महतो को टिकट मिलने के बाद कृष्णा अग्रवाल ने बाबूलाल मरांडी को पत्र लिखा. मगर इस पर कोई संज्ञान लेने के बजाए ढुल्लू महतो कृष्णा अग्रवाल को हड़काने और धमकाने लगे. इससे समझा जा सकता है कि ढुल्लू महतो किस प्रवृति के व्यक्ति हैं. एक अपराधी जो दुबई से बैठ कर मारवाड़ी समाज, व्यवसायियों से रंगदारी मांगता है, नहीं देने पर उसे धमकी देता है, जान से मार देता है. (नीचे भी पढ़ें)
मैंने तो बस इतना ही कहा था कि प्रशासन की मदद करने के लिए मैं तैयार हूं. मगर, वह मुझे ही धमकी देने लगा. मैंने कहा था कि इंडिया गठबंधन एक सशक्त उम्मीदवार खड़ा करे. उसे लगता है कि कोई सशक्त नहीं, तो मैं देखूंगा. मैंने कभी नहीं कहा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा. अब कांग्रेस ने काफी दिनों तक विचार किया और प्रत्याशी खड़ा कर दिया. अब मैं नहीं चाहता हूं कि मेरे खड़े होने से वोट का बिखराव हो. सरयू ने यह भी कहा कि धनबाद में तरह-तरह के माफिया पैदा हुए, मगर वर्तमान में एक नया माफिया का उदय हुआ है. धनबाद में एक माफिया का विकल्प, दूसरा माफिया नहीं हो सकता है. मैंने कहा था कि बीसीसीएल के एरिया एक से पांच तक 1800 रुपये रंगदारी दिये बिना ट्रक पर कोयला लोड होकर बाहर जा ही नहीं सकता है. भाजपा के शीर्ष नेता गारंटी दे दें कि एक से पांच एरिया की रंगदारी बंद करा देंगे और किसानों की जमीन वापस करा देंगे. अनुपमा सिंह को समर्थन देने की बात पर सरयू राय ने कहा कि टिकट मिलने के बाद अनुपमा और उनके पति मेरे पास आए थे. मैंने उस समय भी कहा था कि एक बहु और बेटी के रूप में हमेशा आपको मेरा आशीर्वाद है. कांग्रेस को समर्थन करना संभव नहीं है. मैं मौन रहूंगा. आप अपनी अंतरआत्मा की आवाज पर वोट करें. अब इसे जिसे जिस रूप में लेना चाहें, ले सकते हैं.