जादूगोड़ा: यूसिल में पेंशन मुद्दे को लेकर कंपनी के नए सीएमडी डॉक्टर संतोष सतपति की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में यूसिल की चार मजदूर संगठनों यूनियन ने भाग लिया. इधर इस बैठक के बाद यूनियन नेताओं ने पेंशन मुद्दे पर आयोजित बैठक को सकारात्मक बताया तथा कहा की कंपनी के मुखिया श्री सतपति ने अगली बैठक में विस्तार से चर्चा का आश्वासन दिया. इस बैठक में सीएमडी के अलावा कई प्रबंधन के अधिकारियों ने भाग लिया, पूर्व की बैठक में गिनेचुने अधिकारी ही भाग लेते थे. इस बार ऐसा नहीं हुआ. वार्ता के दौरान कंपनी प्रबंधन ने पूर्व में हुए वेज रिवीजन में यूनियन नेताओ की ओर से लिखे गए टिप्पणी पर याद दिलाई,जिसमे कंपनी पर अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं देने पर सहमति बनी थी. जिसके जवाब में यूनियन नेताओ ने भी अपना पक्ष रखा तथा कहा की पूर्व में पांच वर्षीय हुए समझौते को रद्द कर दी थी. जिसमें कंपनी प्रबंधन ने पेंशन लागू करने पर सहमति जताई थी, जिसे बाद 10 वर्षीय वेज रिवीजन जबरन लाद कर पेंशन के हक से मजदूरों को वंचित किया गया. इसी तरह 2022 में भी धनबाद में डिप्टी सीएलसी के समक्ष कंपनी प्रबंधन ने पेंशन पर हावी भारी थी. जिसके बाद भी कंपनी कर्मियों को पेंशन लागू नही हो पाई जबकि बीते फरवरी 2024 में फोरमैन स्तर के अधिकारियों को पेंशन लागू कर कंपनी प्रबंधन ने मजदूरों को भड़का दिया.(नीचे भी पढ़े)
साथ ही एक ही कंपनी में अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद भी पेंशन व पोस्ट रिटायरमेंट मेडिकल सुविधा दी जाती है. ऐसे में कर्मचारियों के साथ भेदभाव क्यो, इन तमाम तर्क के बीच यूनियन नेताओं ने कंपनी कर्मियों को मिलने वाली थर्ड बेनिफिट के तौर पर पेंशन को लेकर कई तर्कसंगत पक्ष रखा. अंत में यूनियन प्रतिनिधियों के तर्ज के आगे कंपनी प्रबंधन ने इस मुद्दे पर दोबारा बैठक बुलाने पर सहमति जाहिर की. बैठक में यूनियन प्रतिनिधियों को ओर से यूरेनियम कामगार यूनियन महामंत्री क्यूए हाशमी, श्रीनिवास सिंह, सुरजीत सिंह, सुरजीत मिस्र, रमेश माझी, भोगला मार्डी, आनंद महतो, सीएस पंडित ने हिस्सा लिया जबकि अधिकारियों को ओर से यूसिल के अध्यक्ष सह प्रबंध निर्देशक डॉक्टर संतोष कुमार सतपति, तकनीकी निर्देशक राजेश कुमार, महाप्रबंधक मनोज कुमार, महाप्रबंधक राकेश कुमार, डी हांसदा, रविंद्र कुमार शामिल थे.