जमशेदपुर : टाटा स्टील ने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-33 के निर्माण में अपने स्लैग-आधारित संग्रह का उपयोग करके सस्टेनिबिलीटी का एक मानदंड स्थापित किया है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा विकसित एनएच33 के शहरबेड़ा से महुलिया खंड तक 44.2 किलोमीटर लंबे चार लेन के निर्माण में 1.2 मिलियन टन से अधिक स्लैग-आधारित एग्रीगेट का उपयोग किया गया है. स्टील स्लैग का उपयोग करके निर्मित सड़क के इस हिस्से का उद्घाटन सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री (एमओआरटीएच) नितिन गडकरी ने किया. इस अवसर पर श्री गडकरी ने इस अग्रणी पहल के तहत संसाधित स्लैग की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए टाटा स्टील को धन्यवाद दिया. टाटा स्टील ने केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) के साथ तकनीकी सहयोग के तहत 2019 में राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में प्रोसेस्ड स्टील स्लैग एग्रीगेट का उपयोग स्थापित किया था. (नीचे भी पढ़ें)
सड़क निर्माण में स्टील स्लैग के उपयोग के लिए डिजाइन दिशानिर्देशों और विशिष्टताओं के विकास के लिए इस्पात मंत्रालय द्वारा गठित टास्क फोर्स में अन्य स्टील कंपनियों के साथ टाटा स्टील भी सक्रिय रूप से शामिल है. स्टील स्लैग को स्थायी एग्रीगेट में बदलने के प्रयास में, टाटा स्टील ने स्टीम एजिंग के माध्यम से एलडी स्लैग के प्रसंस्करण के लिए एक अत्याधुनिक त्वरित अपक्षय सुविधा स्थापित की है. उत्पाद के लिए गुणवत्ता एश्योरेंस सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित प्रयोगशाला स्थापित की गई है. टाटा स्टील ने भारत का पहला ब्रांडेड एलडी स्लैग उत्पाद – टाटा एग्रीटो और टाटा निर्माण लांच किया था. स्लैग बेस्ड निर्मित एग्रीगेट का उपयोग प्राकृतिक समुच्चय के खनन की आवश्यकता को कम करके जैव विविधता के संरक्षण में मदद करता है और बड़ी दूरी पर एग्रीगेट के परिवहन की आवश्यकता को समाप्त करता है. टाटा एग्रिटो भारत का पहला स्टील स्लैग-आधारित ब्रांडेड उत्पाद है, जिसका व्यापक रूप से राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में उपयोग किया जाता है, जिसने प्राकृतिक एग्रेगेट्स को संरक्षित करने और पर्यावरणीय फुटप्रिंट्स को कम करने में मदद की है. डिजाइन मिश्रण में सुविधा के लिए चार अलग-अलग आकार की रेंज के साथ 0-65 मिमी संसाधित एलडी स्लैग से टाटा एग्रेटो का उत्पादन किया जाता है. इसके आकार और बनावट के कारण, यह बिटुमिनस और कंक्रीट सड़क निर्माण में उपयोग के लिए उपयुक्त है.