जमशेदपुर : कोल्हान के डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने जमशेदपुर के एसएसपी डॉ एम तमिल वानन समेत तमाम पुलिस अफसरों के साथ जमशेदपुर के सर्किट हाउस में अहम बैठक की. इस बैठक में कोल्हान के डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अपराध और नक्सलवाद को अलग अलग तरीके से निपटने को लेकर तैयारी की जानी चाहिए. इसको लेकर कोल्हान के डीआईजी ने कुछ टिप्स भी दिए. उन्होंने कोरोना काल के दौरान पुलिस के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के कार्यों की सराहना की और यह भी रिपोर्ट लिया कि कितने पुलिस के जवान और अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और उनके इलाज का इंतजाम बेहतर हो रहा है या नहीं, यह भी जानकारी ली गई. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए डीआईजी ने कहा कि स्थिति पहले से बेहतर हो रही है और पुलिस के जवान और अधिकारी ड्यूटी पर वापस लौट रहे हैं. जमशेदपुर को देखते हुए ज्यादा एहतियात बरतने और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराने समेत कई अन्य दिशा-निर्देश भी दिए. दूसरी ओर जमशेदपुर में जमीन के होने वाले अतिक्रमण को लेकर राज्य के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव के आदेश पर शुरू किए गए जांच की भी समीक्षा की.
जमशेदपुर के सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को जांच का जिम्मा दिया गया है. सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को इस जांच को तत्काल पूरा करने को कहा गया है. आपको बता दें की जमशेदपुर पूर्वी के विधायक और पूर्व मंत्री सरयू रॉय ने राज्य सरकार से मांग की थी कि जमशेदपुर में अब तक हुए जमीन के अतिक्रमण और राजनीतिक दलों के लोगों द्वारा किए गए जमीन के दखल की पूरी जांच की मांग की थी.
इस मांग को देखते हुए डीजीपी और मुख्य सचिव ने कोल्हान के डीआईजी को इसकी जांच करने की जिम्मेदारी दी जिसके बाद कोल्हान के डीआईजी ने जमशेदपुर के सुभाष चंद्र जाट के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है, जिससे रिपोर्ट तलब की गई है. सितंबर माह तक रिपोर्ट कर देना था लेकिन अब तक रिपोर्ट नहीं जमा किया गया है जिसको लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि तत्काल रिपोर्ट समर्पित की जाए. रिपोर्ट के आने के बाद यह साफ हो पाएगा की जमीन का अतिक्रमण किया गया है.