रांची: झारखंड पुलिस के प्रवक्ता अमोल बी होमकर ने कहा कि जज हत्या मामले में जांच की जा रही है. श्री होमकर ने बताया कि मामले की जांच में धनबाद पुलिस की फारेंसिक टीम व सीआईडी जुटी है. उन्होंने बताया कि धनबाद के जज उत्तम आनंद को टेंपो से टक्कर मारने की बात आरोपी लखन वर्मा व राहुल वर्मा ने स्वीकार ली है. गुरुवार को पुलिस ने जज हत्या मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस को यह जानकारी नहीं मिल पायी है कि आखिर किन कारणों से टेंपो चालक ने जज को धक्का मारा. पुछताछ में यह खुलासा हुआ कि टेंपों चोरी की है, जो पाथरडीह थाने में एक मामला दर्ज कराया गया है.
श्री होमकर ने बताया कि जज हत्या मामले की जांच के लिए झारखंड पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है. केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर के नेतृत्व में एसआईटी ने मामले की जांच शुरु कर दी है. एसआईटी में बोकारो डीआईजी और एसएएसपी धनबाद को भी शामिल किया गया है. झारखंड के एजी ने कहा कि अगर जज हत्या मामले मे जांच सही दिशा में नहीं होने की स्थिति मे केस को सीबीआई को सौंप दिया जाएगा. इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है. साथ झारंखंड हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि मामला बहुत ही गंभीर है. इसके लिए हाई कोर्ट ने वर्चुअल मीटिंग की. जिसमें धनबाद के एसएसपी शामिल थे. दूसरी ओर धनबाद के जज उत्तम आनंद और रांची हाई कोर्ट के अधिवक्ता मनोज झा की हत्या के विऱोध में झारखंड राज्य के सभी अधिवक्ता 30 जुलाई को हड़ताल पर रहेंगे.