जमशेदपुर : टाटा स्टील के कर्मचारियों को इसीबीएस 2.0 की परीक्षा लेकर ही प्रमोशन देने के लगाये गये नये नियम का विरोध तेज हो गया है. इस कड़ी में गुरुवार को टाटा वर्कर्स यूनियन के कमेटी मेंबरों ने यूनियन के अंदर अध्यक्ष संजीव चौधरी टुन्नु, महामंत्री सतीश सिंह और डिप्टी प्रेसिडेंट का घेराव कर दिया. इस इसीबीएस 2.0 की परीक्षा के नियमों में बदलाव करने की मांग की. इन लोगों ने हंगामा के बीच ही एक ज्ञापन सौंपा. इन लोगों ने इसमें बताया कि पिछले वर्ष टाटा स्टील मे कार्यरत विभिन्न तरह के अलग-अलग सभी ग्रेडों को समायोजित कर वर्तमान टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व और मैनेजमेंट द्वारा एक ग्रेड तैयार किया गया. उसी समय कर्मचारियों को इसीबीएस 2.0 परीक्षा देने के लिए सभी कर्मचारियों को बाध्य किया जाने लगा. इसके पहले इसीबीएस 1.0 की व्यवस्था थी, जिसको बहुत सारे न्यू सीरीज के कर्मचारी पास कर चुके थे और प्रमोशन के लिए जरूरी अंक हासिल कर चुके थे. उनको भी इसीबीएस 2.0 करने के लिए बाध्य किया जाने लगा है, जिससे सभी कर्मचारियों में असंतोष है. इन लोगों ने बताया कि कर्मचारियों ने अपने कार्यस्थल में अपने कमिटी मेंबर से अनेक तरह का सवाल और इससे संबंधित तकलीफों को अपने कमिटी मेंबर के सामने रखने लगे. (नीचे भी पढ़े)
कमेटी मेंबरों के इन सारे सवालों का जबान देने में सभी कमिटी मेंबर अपने आपको असहज एवं असमर्थ महसूस कर रहे थे. इसके बाद सभी कमिटी मेंबर ने आपस में चर्चा कर टाटा वर्कर्स यूनियन टॉप नेतृत्व को घेरा. अपनी इन सारी समस्याओं से अवगत कराया और इसीबीएस संबंधित सवालों की बौछार लगा दी. उन लोगों का साफ-साफ कहना था कि अगर इसीबीएस 1.0, जो कर्मचारी पास कर चुके हैं, वह किसी भी हालत में जब तक दूसरे ब्लॉक में प्रमोशन ना हो इसीबीएस 2.0 नहीं करेंगे. यूनियन अध्यक्ष ने इन सारे सवालों का जवाब संतोषजनक नही दे पाए, जिससे कमिटी मेंबर काफी आक्रोशित हो गए. तब यूनियन अध्यक्ष ने सबके समक्ष यह स्पष्ट रूप से ये स्वीकार किया कि कमेटी मेंबरों की भावनाओं से वे लोग मैनेजमेंट को अवगत कराये है, लेकिन मैनेजमेंट उनकी मांगों को नही मान रहे है. ये सुनते ही सभी उपस्थित कमिटी मेंबर आक्रोशित हो गए. तब उपस्थित डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश सिंह और महामंत्री सतीश सिंह ने सभी को समझाया और शांत कराया. उन्होंने आश्वासन दिया कि वे लोग फिर से मैनेजमेंट से बात कर कमेटी मेंबरों को अवगत कराएंगे तब जाकर सभी कमिटी मेंबर शांत हुए. सभी कमिटी मेंबरों ने आपस में संकल्प लिया कि जब तक उनकी मांगों को नही मानेंगे तब तक वे लोग अपने मुद्दो को मुखरता से यूनियन के शीर्ष नेतृत्व को रखते रहेगें.(नीचे भी पढ़े)
इससे पहले भी ऑफिस बियरर की मीटिंग में भी इस मुद्दे को गंभीरता से टॉप 3 के पास ऑफिस बियररों द्वारा रखा गया था. ज्ञापन के माध्यम से इन लोगों ने मांग की है कि कर्मचारियों को ये भी स्पष्ट नहीं किया गया था कि वो इसीबीएस 1.0 दिया था कि इसीबीएस 2.0 दिया है. अभी जाकर उनको बताया जा रहा है कि कर्मचारियों ने इसीबीएस 1.0 दिए थे इसलिए कर्मचारियों को इसीबीएस 2.0 देना है. इन लोगों ने बताया कि जब कमेटी मेंबरों ने इसीबीएस 1.0 दे चुके है तो फिर से दोबारा देने की क्या आवश्यकता है जबकि कर्मचारियों का प्रमोशन ग्रुप के भीतर टाइम बाउंडेड प्रमोशन है. इन लोगों ने कहा कि ओल्ड सीरीज के लिए जो इसीबीएस 2.0 लाया गया है तो उस परीक्षा को पास करने के लिए उनको भी समय देना चाहिए.