Chaibasa : राउरकेला (सेल) अस्पताल आईजीएच में बीमार चिरिया सेल कर्मी को इलाज के लिए भर्ती नहीं किया गया, जिससे चिरिया सेलकर्मी मोचीराम सांडिल की मौत हो गई. उसके बाद सेल प्रबंधन के खिलाफ परिजनों ने शव के साथ चिरिया सेल गेट के समक्ष प्रदर्शन किया और जमकर बवाल काटा. प्रदर्शनकारियों को सेल के अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिये जाने के बाद मामला शांत हुआ.
क्या है मामला
मामले को लेकर मृतक मोचीराम सांडिल के बेटे अभय सांडिल ने बताया कि विगत दो-तीन दिनों से उन्हें दस्त व बदन दर्द की शिकायत थी. उसके बाद उन्हें इलाज के लिए चिरिया स्थित सेल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद सोमवार की रात को ही राऊरकेला सेल अस्पताल रेफर कर दिया गया. उसके बाद परिजन ने उन्हें इलाज के लिए राऊरकेला सेल अस्पताल आईजीएच लेकर गए. आईजीएच में उन्हें भर्ती नहीं लिया गया. वहीं आइजीएच अस्पताल के बाहर ही अस्पताल कर्मियों ने उन्हें कोरोना का हवाला देकर भर्ती लेने में असमर्थता व्यक्त की और दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कही. परिजनों ने कहा कि उनकी कोरोना जांच करने की मांग भी की, पर आईजीएच कर्मियों ने उन्हें साफ मना कर दिया. इसके बाद देर रात लगभग 3 बजे वे लोग उन्हें राऊरकेला स्थित जेपी अस्पताल ले गए, जहां भर्ती करने के आधे घंटे बाद करीब 3.30 बजे उनकी मौत हो गई.
आईजीएच पर कार्रवाई के लिए ईडी को भेजेंगे रिपोर्ट
दोषी आईजीएच कर्मियों पर कार्रवाई व मुआवजे की मांग को लेकर मंगलवार की सुबह लगभग 10:30 बजे परिजनों ने शव के साथ चिरिया सेल गेट के बाहर प्रदर्शन किया. उसके बाद सेल जीएम मानस कुमार दत्ता, पर्सनल अधिकारी जीआर महंती द्वारा मामले को लेकर आईजीएच पर कार्रवाई हेतु ईडी को रिपोर्ट करने तथा नियमानुसार मृतक मोची राम के बेटे अभय सांडिल को नौकरी व मुआवजा देने की घोषणा करने के बाद मामला शांत हुआ। सेल अधिकारियों ने अंतिम संस्कार व अन्य कार्यों के लिए परिजनों को तत्काल 15 हजार रुपये मुआवजा भी दिया.