चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक बैठक हुई. जिसमे किसानों के द्वारा धान अधिप्राप्ति अवधि के दौरान घान जमा किया गया है, उसके भुगतान की समीक्षा की गई. उन्होंने बताया कि समीक्षा के दौरान जानकारी मिली कि 2,000 से अधिक किसानों के द्वारा अधिप्राप्ति केंद्र पर धान बेचने के एवज में भुगतान किया गया है केवल 99 ऐसे रैयत हैं जिनके भुगतान में कुछ कारण या खाता से संबंधित या लैम्प्स के द्वारा ऑनलाइन नहीं किया गया हो या मिलर के द्वारा इसका एक्नॉलेजमेंट नहीं होने से भुगतान लंबित है. इसमें विशेष रुप से चक्रधरपुर, कराईकेला (बंदगांव), मनोहरपुर, आनंदपुर के रैयतों की संख्या ज्यादा है. इन लोगों को यथाशीघ्र भुगतान करने के लिए एसएफसी के डीएम एवं लैम्प्स के अध्यक्ष के साथ-साथ मिलरों को भी निर्देश दिया गया है. उपायुक्त ने बताया कि इस वर्ष भी धान अधिप्राप्ति केंद्र संचालन का कार्य जल्द ही प्रारंभ होने वाला है. इसके सफल क्रियान्वयन के लिए जमीनी स्तर पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया है.
उन्होंने बताया कि आज के बैठक में जिला अंतर्गत लंबित राशन कार्ड आवेदन में पात्र लाभुकों का चयन करते हुए जल्द से जल्द लाभुकों की सूची अग्रसारित करने हेतु पूर्व में भी आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था, जिससे प्रशासन जल्द से जल्द 6000 से 7000 परिवारों का नया राशन कार्ड बनाने का कार्य भी करेगा तथा छूटे हुए व्यक्तियों के द्वारा भी कई सारे आवेदन प्राप्त हुए हैं उनमें भी गरीब एवं पात्र व्यक्तियों का चयन करते हुए प्राथमिकता के आधार पर रिक्त स्थान का आकलन करते हुए राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन यह उम्मीद कर रहा है कि एक सप्ताह के अंदर लक्षित परिवारों को राशन कार्ड उपलब्ध करवा सकें ताकि उन्हें एक राहत प्रशासन के द्वारा दिया जा सके. बैठक में उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी जयदीप तिग्गा, जिला भू अर्जन पदाधिकारी एजाज अनवर सहित जिला सहकारिता पदाधिकारी मौजूद थे