रामगोपाल जेना/ चाईबासा: झारखंडियों के लिए 1932 का खतियान एक पहचान और अस्तित्व से जुड़ा हुआ मामला है, इसके आधार पर स्थानीयता परिभाषित कर सिर्फ नौकरी में अवसर पाने का माध्यम नहीं है. जब देश में राज्यों का गठन हुआ तब सभी राज्यों को भाषाई या संस्कृति के आधार पर पहचान मिली. इसलिए झारखंडियों की पहचान 1932 की खतियान है. यह झारखंडियों के भावना और दिल से जुड़ा हुआ संवेदनशील मामला है. इसलिए युवाओं को किसी संशय में नहीं रहना चाहिए. यह बातें पूर्व सांसद चित्रसेन सिंकू ने जिला युवा टीएमसी के तत्वधान में चाईबासा, सरजोम गुटु पार्टी कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कही. (नीचे भी पढ़े)
झारखंड प्रदेश तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सन्नी सिंकु ने कार्यकर्ता सम्मेलन में उपस्थित युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार कंपनियों में 75 प्रतिशत स्थानीय बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चलाने की घोषणा करती है पर नियोजन नीति तय नहीं की है. झारखंड सरकार नियुक्ति के पहले ऑर्डिनेंस लाकर नियोजन नीति तय करे ताकि स्थानीय बेरोजगारों को कंपनी के नौकरियों में अवसर मिले. प्रदेश यूथ टीएमसी के महासचिव राधामोहन बनर्जी ने कहा कि प्रदेश यूथ टीएमसी सभी जिला में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है. जिसकी शुरुआत पश्चिम सिंहभूम जिला से की जा रही है. प्रदेश यूथ टीएमसी संगठन के विस्तार और मजबूती के लिए संघर्ष करेगी. जिला टीएमसी यूथ, प.सिंहभूम चाईबासा में आयोजित एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन को प्रदेश व जिला के विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने संबोधित किया. जिसमें मुख्य रूप से अंसार अहमद, अमृत मांझी, श्यामल सिंघा, उपेंद्र सिंकू, कोलंबस हांसदा, जगदीश चंद्र सिंकू, इंदुशेखर तिवारी, मनोज जमुदा, जिलुरहमान, मो.सलीम, विशाल कुमार निषाद, विनीत लगूरी, जगन्नाथ दिग्गी, मंगल सरदार, गुरुचरण सिंकू, गूमदी मुंडुईया, बाली सामड, मो.कुरैशी, विकास केरई ने संबोधित किया. कार्यकर्ता सम्मेलन में टीएमसी यूथ के सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.