रांची/जमशेदपुर : झारखंड में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में कई लोगों के भीतरघात की शिकायते मिली है. सबसे ज्यादा शिकायत रांची और जमशेदपुर में मिली है. इसके अलावा काफी शिकायते विभिन्न ज़िलों से मिली है. अब चुनाव के बाद ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की गयी है. कई ज़िलों से शिकायते मिली है कि भाजपा के प्रत्याशी के खिलाफ भी काफी लोगों ने काम किया है. भाजपा ऐसे लोगों की पहचान की है, जो पार्टी में रहकर ही पार्टी के खिलाफ काम किया है. जमशेदपुर के बहरागोड़ा, घाटशिला, जमशेदपुर पश्चिम और जमशेदपुर पूर्वी में कई लोगों की एक सूची सौपी गयी है, जिसकी जांच अनुशासन समिति को सौंपा गया है. रांची में ईंचागढ़, रांची शहर समेत अन्य विधानसभा क्षेत्र में शिकायत मिली है. (नीचे भी पढ़ें)
इसी तरह दुमका में भी सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाये जाने से नाराज लोगों ने भाजपा के खिलाफ काम करने का मन बनाया है. ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है. 4 जून के रिजल्ट के बाद फैसला लिया जायेगा. चूंकि झारखंड में विधानसभा चुनाव भी इसी साल के अंत तक हो जाना है इसलिए हो सकता है कि पार्टी फूँकफूंककर कदम रखे. इसका असर भाजपा के रिजल्ट पर विधानसभा चुनाव में नहीं पड़े इसकी भी कोशिश हो रही है. ऐसे में कोई रिस्क पार्टी नहीं उठाना चाह रही है. वैसे सूत्र बता रहे है कि 2019 के विधानसभा चुनाव में कई लोगों के खिलाफ पार्टी ने पार्टी विरोधी काम करने के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया था जिसके निष्कासन को वापस ले लिया जा सकता है. विधायक सरयू रॉय की भाजपा में इंट्री अब बंद कर दी गयी है. अन्य लोगों को पार्टी फिर से शामिल कर उनको चुनाव में लड़ाने की भी तैयारी कर रही है. वैसे भी भाजपा का झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आने के बाद काफी बदलाव हो रहा हैं. इस कारण भी बदलाव होगा ऐसी उम्मीद है.