जमशेदपुर : जमशेदपुर में महाराष्ट्र और नयी दिल्ली की तरह अब कोरोना को लेकर स्थिति बेकाबू होते नजर आ रहा है. हालात यह है कि कोरोना के हर दिन नये मरीज सामने आ रहे है तो मौत भी लगातार होने लगी है, जिस कारण हालात को लेकर लोगों को खुद से सचेत रहना होगा. जमशेदपुर में अगर कोरोना की बात की जाये तो जमशेदपुर में रविवार की देर रात तक कुल पोजिटिव मरीजों की संख्या 875 हो गयी है. जमशेदपुर की रिकवरी रेट की जहां तक बात की जाये तो यहां रिकवरी रेट 50.97 फीसदी तक हो चुकी है जबकि अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. जमशेदपुर का डेथ रेट 0.90 हो चुका है. वैसे मरीज ठीक भी हो रहे है, लेकिन पहले से इसमें काफी कमी आयी है और अब पोजिटिव मरीजों की संख्य ज्यादा हो रही है. रिकवरी रेट 50.97 है और जमशेदपुर में अब तक 446 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके है. 875 में से 446 मरीज ठीक होकर लौट गये है, यानी 429 केस अब तक पोजिटिव है यानी एक्टिव केस है. हालात का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जमशेदपुर में अब कोरोना पोजिटिव मरीजों के लिए बेड की कमी होने जा रही है जबकि सामान्य तौर पर बीमार, एक्सीडेंट, किसी तरह की आपात स्थिति में भी लोगों को बेड मिलना मुश्किल हो जायेगा. बिष्टुपुर का मेडिका अस्पताल 15 सितंबर से बंद होने जा रहा है तो वहां पहले से ही कर्मचारी हंगामा कर रहे है तो बारीडीह मर्सी अस्पताल का एक विंग बंद है. एमजीएम अस्पताल के चिकित्सक और नर्स पोजिटिव हो चुके है तो उसके भी एक सेक्शन को बंद किया गया है. साकची स्थित लाइफलाइन नर्सिंग होम को बंद कर दिया गया है, जहां कोरोना पोजिटिव मरीज आये थे तो बिष्टुपुर स्थित स्टील सिटी नर्सिंग होम को भी बंद कर दिया गया है. जमशेदपुर में टीएमएच के भरोसे ही सबकुछ चल रहा है. टाटा मोटर्स व टिनप्लेट अस्पताल के अलावा एमजीएम अस्पताल है, जहां चिकित्सक और सारी सुविधाएं तो है, लेकिन हालात यह है कि चिकित्सकों की कमी भी होती नजर आ रही है क्योंकि मरीजों की संख्या बढ़ रही है. हालात यह है कि लोगों को वेंटिलेशन की भी दिक्कत हो सकती है.
टीएमएच ने कोविड का एक्सटेंशन अस्पताल खोला
टीएमएच द्वारा कदमा के जीटी हॉस्टल 4 को एक्सटेंशन अस्पताल बना दिया है. वहां करीब 150 बेड है. मरीजों की इतनी ज्यादा संख्या टीएमएच में हो चुकी है कि नये एक्सटेंशन अस्पताल में भी 89 मरीज भरती हो चुके है और वहां भी सिर्फ 61 बेड ही खाली है. वैसे आपात स्थिति में टीएमएच में 600 बेड जरूर है, लेकिन कई तरह की बीमारी और एक्सीडेंट जैसे केस भी वहीं आते है, जिस कारण पूरे को भरा नहीं जा सकता है. अभी सिर्फ टीएमएच में 286 कोरोना पोजिटिव मरीज इलाजरत है और सिर्फ दो दिनों में 90 लोग कोरोना पोजिटिव होने के बाद टीएमएच लाये गये है, जिनमें से 89 लोगों को एक्सटेंशन अस्पताल में भरती कराया गया है. जमशेदपुर में कोरोना पोजिटिव चिकित्सकों की संख्या बढ़ रही है. जमशेदपुर में पहले से ही डॉक्टरों की काफी कमी है. मरीज जिस रफ्तार में बढ़ रही है, ऐसे में चिकित्सकों का भी स्मार्ट इस्तेमाल करना होगा और चिकित्सकों की भी कमी हो सकती है.
जमशेदपुर में जिला प्रशासन ले सकता है बड़ा फैसला
जमशेदपुर में जिस तरह केस बढ़ रहे है, उसके बाद जमशेदपुर में जिला प्रशासन बड़ा फैसला ले सकता है. बताया जाता है कि जमशेदपुर में अब वैसे ही कोरोना पोजिटिव मरीजों की भरती अस्पतालों में ली जायेगी, जिसमें कोरोना के लक्षण होंगे यानी सांस लेने की दिक्कत हो, वेंटिलेशन की जरूरत होगी, उसको ही अस्पतालों में भरती ली जायेगी. ऐसे हालात महाराष्ट्र और नयी दिल्ली में होने के बाद फैसले लिये गये है जबकि रांची में भी ऐसी व्यवस्था पहले बनायी गयी थी. अब सीरियस पेशेंट को ही अस्पताल में लिया जायेगा जबकि अगर कोई कोरोना पोजिटिव होंगे और उसमें कोई लक्षण नही है तो उनको अपने ही घर में आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी जा सकती है और वहीं कंटेनमेंट जोन बनाया जा सकता है.