रांची : झारखंड के अपराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) की टीम ने साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार व्यक्ति जामताड़ा के करमाटांड के पतरोडीह का रहने वाला संजीत यादव शामिल है. उसके पास से पुलिस ने एक बैंक पासबुक, दो मोबाइल और 3 सिमकार्ड बरामद किया है. सीआइडी की टीम ने जांच की है. साइबर क्राइम को लेकर रांची के बूटी मोड़ शिवाजी चौक के रहने वाले चिकित्सक डॉ विशांत प्रियदर्शी की पत्नी ने एक एफआइआर दर्ज किया था. इस काण्ड में साइबर अपराधकर्मी द्वारा कूरियर डिलीवरी के नाम पर वाट्सएप पर यूपीआइ रजिस्ट्रेशन का लिंक भेजकर कुल 2 लाख 10 हजार 917 रुपये का साईबर ठगी ( अवैध हस्तांनातरण) कर लिया गया. अनुसंधान के क्रम में अपराधी की संलिप्तता के बिन्दु पर छापामारी कर काण्ड में संलिप्त एक साईबर अपराधकर्मी को जामताड़ा जिला से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्त के पास से काण्ड से संबंधित सामानों को बरामद किया गया है.
गिरफ्तार किये गये साईबर अपराधकर्मी की अपराधशैली क्या है जानें
गुगल सर्च इंजिन पर कूरियर सर्विस कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबर को एडिट (बदलना) कर अपना फर्जी नम्बर डाल देते है. आम जनता जो कूरियर से संबंधित सहायता के लिए उक्त नम्बर पर कॉल करते है तो उनको बैंक का लिंक (यूपीआइ रजिस्ट्रेशन) मैसेज करते है और उक्त लिंक को बैंक के नम्बर पर पीड़ित के बैंक रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर से मैसेज फारवर्ड करवाकर अपने मोबाइल में पीड़ित के बैंक से संबंधित यूपीआइ एप्लीकेशन इंस्टाल कर पैसो का हस्तांतरण करते है.
इस अपराधशैली से बचने का तरीका क्या है, जानें
किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आने पर अपनी कोई भी निजी जानकारी साझा न करें. इंटरनेट के सर्च इंजिन गुगल एड्स एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिये कस्टमर केयर या हेल्पलाइन नंबर पर भरोसा न करें. कस्टमर केयर नम्बर के लिए हमेशा ऑफिसियल वेबसाइट पर संपर्क करें. किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गये अनजान लिंक या यूआरएल पर ना क्लिक करे ना ही किसी अन्य नम्बर पर फारवर्ड करे. बैंक के यूपीआइ एप्लीकेशन से संबंधित रजिस्ट्रेशन के लिए बैंक के ऑफिसियल नम्बर से ही मैसेज आता है.