जमशेदपुरः कोल्हान यूनिवर्सिटी के अंतर्रगत आने वाला टाटा कॉलेज में बीएड की पढ़ाई छह साल से बंद है. कॉलेज का मानना है एनसीटीइ भुवनेश्वर ने बुनियादी सुविधा नहीं होने के कारण कॉलेज में बीएड की पढ़ाई बंद करा दी थी. टाटा कॉलेज में बीएड की पढ़ाई नहीं होने के कारण बहुत से छात्रों को प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लेना पड़ रहा है. कॉलेज के प्राचार्य एससी दास के माध्यम से एनसीटीइ को दोबारा से कॉलेज में बीएड की पढ़ाई शुरू करने के लिए पत्र भेजा गया है. उन्होंने कहा कि टाटा कॉलेज में अलग से बीएड भवन का निर्माण किया गया है. जिसमें शिक्षण को लेकर सारी सुविधाएं बहाल की गई है. सारी सुविधाएं होने के बाद अब विद्यार्थियों को कोई परेशानी नहीं होगी. इस दौरान एनसीटीइ के गाइलाइन को ध्यान में रखते हुए सारी सुविधाएं दी गई है. कॉलेज की प्राचार्य ने बताया कि एनसीटीइ की टीम आकर जांच करेगी जिसके बाद सत्र आरंभ करने की अनुमति दी जाएगी. गौरतलब है कि एनसीटीइ का गाइलाइन पालन नहीं करने पर पश्चिम सिंहभूम के दो कॉलेज टाटा कॉलेज चाईबासा और जेएलएन कॉलेज चक्रधरपुर को 2014 में बंद करने का आदेश दिया गया था. जिसके बाद दुबारा से एनसीटीइ के गाइडलाइन का पालन करते हुए टाटा कॉलेज चाईबासा में बीएड भवन बनकर तैयार है. जिसका इस सत्र से ही नामांकन प्रारंभ कर दिया जाएगा. कॉलेज में बीएड के दाखिला के लिए 100 सीट निर्धारित की गयी है.