jamshedpur : बारिश के कारण स्वर्णरेखा नदी के बढ़े जलस्तर में जमशेदपुर पूर्वी क्षेत्र में नदी किनारे बसे कल्याण नगर जैसे इलाको के कुछ घरों में पानी घुसा गया था. मैंने स्वयं नदी किनारे जाकर एवं कार्यकर्ताओं की टोली भेजकर इसका मुआयना कराया है. कुछ घर तो ऐसे हैं जिन्हें नदी के पेट में बना दिया गया हैं. तेज बारिश में इनमें पानी घुसने से कोई रोक नहीं सकता है. इन्हें बस राहत भर पहुंचाई जा सकती है और नुकसान की कुछ हद तक भरपाई की जा सकती है. विगत वर्षों में प्रशासन ने ऐसी जगह पर बसने से लोगों को रोका नहीं. स्थानीय दबंगों ने राजनीतिक संरक्षण में अवैध तरीके से उन्हें जमीन बेच दी. उक्त बातें पूर्व मंत्री व जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कही. पिछले दिनों भारी बारिश के दौरान कल्याण नगर के घरों में पानी घुसने व वहां से लोंगों की बदहाली देखने के बाद विधायक श्री राय ने कहा कि मैंने जिला प्रशासन से कहा है कि मानगो पुल से बारीडीह तक नदी के किनारे खाली जमीन को संरक्षित करें, ताकि वहां जनहित का काम हो सके और खाली जमीन माफिया की सौदेबाजी से बच सके. यदि किसी ने नदी के पेट में घर बना लिया है तो उसे वैकल्पिक स्थान पर बसाने की कारवाई की जाये.
श्री राय ने कहा है कि नदी का जलस्तर थोड़ी कम होते ही मानगो पुल से छाया नगर, भुईयांडीह, कल्याण नगर, लाल भट्ठा होते हुए बारीडीह के नीचे तक जमशेदपुर पूर्व क्षेत्र के नदी से सटे बस्ती इलाको की ‘नाव’ से यात्रा करूंगा और नदी किनारे के इलाको के विकास के लिये योजना बनाकर सरकार को समर्पित करूंगा. नाव यात्रा में स्वर्णरेखा परियोजना और अक्षेस के पदाधिकारियों को भी साथ रखा जायेगा. इस यात्रा में नदी में गिरने वाले नालों का भी मुआयना हो जायेगा. यह पता भी चलेगा कि कौन नाला नदी को कितना दूषित कर रहा है. नालों के पानी को नदी में गिरने से पहले साफ करने की योजना भी तभी बन सकेगी जब नदी किनारे खाली जमीन रहेगी. श्री राय ने कहा है कि जरूरत है कि इस मामले में लोगों को विश्वास में लिया जाये और उनसे स्पष्ट बात की जाये. शहर के विकास की स्वास्थ्यकर योजना बनाने और जमशेदपुर के लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने के लिये नदी तट का साफ रहना जरूरी है. लोगों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है.