जमशेदपुर : वर्ष 2021 की जनगणना में आदिवासियों के सरना धर्म कोड को मान्यता दिए जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को जमशेदपुर जिला मुख्यालय के समक्ष धरना दिया गया. साथ ही राष्ट्रपाति के नाम मांग पत्र भी सौंपा गया. धरना पर बैठे लगों ने कहा कि प्रकृति की पूजा करने वाले 15 करोड़ आदिवासी इस देश के निवासी हैं और ये हिन्दू, मुस्लिम, सिख या ईसाई धर्म से ताल्लुक नहीं रखते, प्रकृति की पूजा करने वाले तमाम आदिवासी सरना धर्म को मानते हैं और भारतीय संविधान में अभी तक सरना धर्म कोड को लागू नहीं किया गया है, जिस कारण इन्हें मिलने वाले तमाम अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. वर्ष की 2021 जनगणना में सरना धर्म कोड को लागू किए जाने की मांग धरने के माध्यम से उठायी गयी.