बहरागोड़ा : झारखंड में सत्ता परिवर्तन के बाद प्राकृतिक संसाधनों के लगातार दोहन का आरोप लगाते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी के नेतृत्व में भाजपाइयों ने उपायुक्त के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जिले में हो रही संसाधनों की लूट को रोकने की मांग की गई है। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए डॉ गोस्वामी ने कहा कि राज्य में सत्ताधारी दलों के संरक्षण में बालू, वन्य उत्पादों और अन्य खनिज संपदा की खुली लूट मची हुई है और खनन विभाग, और पुलिस मूकदर्शक बने बैठे हैं। स्थानीय के साथ-साथ बंगाल के तस्कर आकर हमारे वनों को काट कर ले जा रहे हैं, लेकिन वन विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। वहीं दूसरी और जब एक गरीब व्यक्ति को पीएम आवास के तहत मिले घर को बनाने की जरूरत पड़ती है तो उसे स्थानीय बालू माफिया की शरण में जाना पड़ता है। अगर वह स्वयं जाकर बालू लेना चाहता है, तो यही खनन विभाग अति-सक्रिय होकर, उसे परेशान करने लगता है। झारखंड राज्य वन और खनिज संपदा से परिपूर्ण है और उसकी रक्षा करने और उसके दोहन को रोकना भी हम सबकी जिम्मेदारी है। हमने एक ज्ञापन द्वारा यही मांग जिले के उपायुक्त महोदय से की है और हमें विश्वास है कि वे हमारी मांगों को गंभीरता से लेकर, प्राकृतिक संसाधनों के अवैध दोहन पर रोक लगायेंगे। मौके पर प्रतिनिधिमंडल में घाटशिला के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार, भाजपा पूर्वी सिंहभूम जिलाध्यक्ष सौरव चक्रवर्ती, भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव, समेत कई वरिष्ठ भाजपा नेता शामिल थे।