प्रकाश दास / गालूडीह : एमजीएम थाना अंतर्गत बड़ाबांकी पंचायत के कमलाबेड़ा गांव के लोग आज भी पेयजल संकट जैसी समस्या से जूझ रहे हैं. पीने के पानी के लिए ग्रामीण यहां-वहां भटकने को विवश हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बना सोलर जलमीनार लगभग पांच सालों से खराब पड़ा हुआ है, जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं. गांव में जलमीनार लगने के बाद हर घर में नल कनेक्शन लगाया गया. उस समय नल कनेक्शन लगने की खबर सुनकर ग्रामीणों ने काफी खुशी का माहौल था, मगर अब पूरा गांव सिर्फ चापाकल के भरोसे है. (नीचे भी पढ़ें)
अगर चापाकल भी खराब हुआ, तो पूरे गांव में पेयजल संकट को लेकर हाहाकार मच जाएगा. क्योंकि खराब पड़ा जलमीनार विकास को मुंह चिढ़ा रहा है। ग्रामीणों ने जलमीनार को ठीक करने की मांग को लेकर कई बार आवाज उठाई, ताकि पेयजल संकट से निजात मिल सके, लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. बताते हैं कि ग्रामीण दूर से ढोकर पेयजल लाने को विवश हैं. बहरहाल देखना यह है कि जमशेदपुर सह जुगसलाई प्रखंड के बीडीओ की नजर इन ग्रामीणों पर कब पड़ती है, ताकि ग्रामीणों का शुद्ध पेयजल का सपना पूरा हो सके.