जमशेदपुर : पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शहीद स्मारक निर्माण समिति, जमशेदपुर एवं जेपी युवा छात्र संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मोर्चा के संयोजक सह संस्थापक अध्यक्ष संजीव आचार्य के नेतृत्व में शहीद दिवस की पूर्व संध्या पर जमशेदपुर के साकची स्थित शहीद स्थल पर दीप जलाकर शहीद छात्रों की आत्मा की शांति की कामना इस ईश्वर से किया गया. तत्पश्चात 1 मिनट का मौन रखकर सबको श्रद्धांजलि दी गयी. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संजीव आचार्या ने कहा कि जयप्रकाश नारायण ने तत्कालीन भ्रष्ट एवं निरंकुश सरकार के व्यवस्था परिवर्तन के विरोध में पूरे देश में छात्र युवाओं को लेकर संपूर्ण क्रांति का नारा लगाया था. आज जयप्रकाश नारायण हम लोग के बीच नहीं है परंतु उनका सोच विचार हम लोग के साथ है, जयप्रकाश ने कहा था कि वर्ष 1974 भूल ना जाना. सत्ता मद में डूब ना जाना. इसी आंदोलन के तहत लौहनगरी जमशेदपुर के तीन क्रांतिकारी छात्र प्रणब मुखर्जी, राजीव रंजन एवं मोहम्मद मुशिम साकची स्थित शहीद चौक बसंत टॉकीज गोलचक्कर परिसर में पुलिस की गोली में शहीद हुए थे, तब से लेकर आज तक हर वर्ष शहीदों की याद में शहीद दिवस की पूर्व संध्या पर दीप प्रज्वलित किया जाता है. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शंभू मुखी, दीपक पांडेय,अमन खान, सोनू सिंह, बुलेट सिंह, अरविंद वैद्य, राकेश दास , सुशांतो कुमार, अजय माझी, राजेश गोप, अमजद खान, विकी खान, लकी अख्तर, मुकेश सिंह सपन राय आनंद ठाकुर दीपक कुमार मुकेश कुमार सुखविंदर सिंह संतोष यादव, संजय सिंह, मुन्ना सिंह, मुन्ना यादव सहित संगठन के कई सदस्य एवं नेता उपस्थित थे.
jamshedpur-shahid-diwas-साकची में छात्र आंदोलन में शहीदों को किया गया नमन, जेपी आंदोलन के सिपाहियों को साकची बसंत टॉकीज गोलचक्कर पर गोलियों से भुन दिया गया था
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