

रांची : झारखंड राज्य में पारा शिक्षकों को नियमित करने को लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो काफी गंभीर नजर आ रहे है. बैठक में बिहार की तर्ज पर नियमावली बनाने पर सहमति बनी है. इसके तहत आकलन परीक्षा ली जाएगी. नियमिती करण को लेकर एक नियमावली तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया गया. इस समिति द्वारा एक ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा. इसके लिए 23 अगस्त को तैयार ड्राफ्ट की समीक्षा की जाएगी. इसके बाद ड्राफ्ट को पारा शिक्षक संघ के पास भेजा जाएगा. संघ के सुझाओं के आधार पर इसमें सुधार भी किए जाएंगे. विदित हो कि पारा शिक्षकों के संघ के दो गुट हैं. झारखंड में पारा शिक्षकों के स्थायीकरण तथा वेतनमान को लेकर बिहार की तर्ज पर नियमावली तैयार करने के लिए कमेटी गठित कर दी गई है. शिक्षा सचिव राजेश शर्मा के निर्देश पर राज्य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है, जो एक सप्ताह में नियमावली का ड्राफ्ट तैयार करेगी. प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के उप निदेशक प्रदीप कुमार चौबे, झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी पदाधिकारी जयंत कुमार मिश्र, प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के अवर सचिव अरविंद कुमार सिंह तथा राज कार्यक्रम पदाधिकारी ममता एलिजाबेथ लकड़ा इस समिति के सदस्य बनाए गए हैं.राज्य में समग्र शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत 65 हजार पारा शिक्षकों के लिए नियमावली तैयार होगी. समिति का यह दायित्व होगा कि वह एक सप्ताह के अंदर पारा शिक्षकों के लिए वेतनमान आधारित संपूर्ण मानदेय एवं सेवा शर्तों के लिए बिहार की तर्ज पर नियमावली तैयार कर प्रस्तुत करेगी. प्रथम प्रारूप 23 अगस्त को अपराह्न में शिक्षा सचिव के अवलोकन एवं समीक्षा के लिए प्रस्तुत किया जाएगा. विभागीय सुझाव एवं निर्देश प्राप्त कर इसे निर्धारित समय सीमा के अंदर अंतिम रूप से तैयार कर किया जाएगा. विदित हो कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की अध्यक्षता वाली कमेटी ने 18 अगस्त को बैठक में बिहार की तर्ज पर नियमावली गठित करने पर सहमति प्रदान की है.
