
जमशेदपुर : कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है जमशेदपुर का एमजीएम अस्पताल. यह स्वास्थ्य विभाग की पहचान भी है. एमजीएम अस्पताल के कुव्यवस्था को लेकर वैसे तो कई खबरें आती रहती है, लेकिन गुरुवार को जमशेदपुर की सामाजिक कार्यकर्ता नरगिस शेख ने अस्पताल में किसी का इलाज कराने पहुंची तो वह दुखी हो गयी. उसने देखा कि अस्पताल के फर्श पर लोगों का इलाज हो रहा है. लोगों का दुख देखा नहीं गया. उन्होंने खुद से वीडियो बनाया और फिर उसकी वीडियो को मीडिया को साझा की, जिसको हम लोग भी दिखाने की कोशिश कर रहे है. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)

इतने बड़े अस्पताल में लोगों को बेड तक मुहैया नहीं हो पा रही थी. लोगों का इलाज जमीन पर हो रहा है. यूरिन के लिए लोगों को पानी का बोतल लगा दिया गया है. नरगिस का साफ तौर पर कहना है कि इसके लिए सिस्टम दोषी है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता इसी जमशेदपुर से आते है. उनकी अपनी व्यस्तता रहती होगी, लेकिन उनको कम से कम इस जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल की हालत सुधारना चाहिए. जमशेदपुर : कोल्हान का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है जमशेदपुर का एमजीएम अस्पताल. यह स्वास्थ्य विभाग की पहचान भी है. एमजीएम अस्पताल के कुव्यवस्था को लेकर वैसे तो कई खबरें आती रहती है, लेकिन गुरुवार को जमशेदपुर की सामाजिक कार्यकर्ता नरगिस शेख ने अस्पताल में किसी का इलाज कराने पहुंची तो वह दुखी हो गयी. उसने देखा कि अस्पताल के फर्श पर लोगों का इलाज हो रहा है. लोगों का दुख देखा नहीं गया. उन्होंने खुद से वीडियो बनाया और फिर उसकी वीडियो को मीडिया को साझा की, जिसको हम लोग भी दिखाने की कोशिश कर रहे है. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)
अस्पताल में उनके अधिकारी और उनसे जुड़े लोग क्या करते है, यह समझ नहीं आता है. एक अदद बेड तक लोगों को उपलब्ध नहीं होगा तो कैसे कहा जा सकता है कि चिकित्सा व्यवस्था सुधर रहा है. यह दुर्भाग्य की स्थिति है. अस्पताल के बाहर से लेकर अंदर तक अव्यवस्था का आलम है. नरगिस ने कहा-उनको राजनीति नहीं करनी या किसी की आलोचना नहीं करना है, हम चाहते है कि परिस्थिति और स्थिति बदले, लोगों को सहज में चिकित्सा मिले, ऐसी व्यवस्था खड़ी ना की जाये कि लोग अपना इलाज के पहले ही मौत के आगोश में समां जाये.
