शार्प भारत डेस्क : सर्दियों के अकसर हमारे घरों पर तरह-तरह की अचार बनाया जाता है. इस दौरान हम आवला, गाजर, मूली, शलगम समेत विभिन्न प्रकार के अचार तैयार करते है. इस अचार को हम ठंड के मौसम में ही खा सकते है. वहीं भारतीय पारंपरा के अनुसार अगर खाने में अचार नहीं हो तो व्यंजन अधूरा लगता है. यह गोभी, गाजर और शलगम की अचार है. जिसे तैयार करने में उतनी सूर्य की धूप की आवश्यकता नहीं होती है, जितनी अन्य अचारों को तैयार करने में लगती है. इस अचार को तैयार करने के लिए ठंडी मौसम इसलिए चाहिए क्योंकि फूलगोभी मौसमी सब्जी होती है. इस अचार को हम छह महीने तक स्टोर भी कर सकते है. (नीचे भी पढ़ें)
अचार बनाने की आवश्यक आवश्यक सामग्री–
गोभी, गाजर, शलगम- 1 केजी
जीरा- 1 1/2 छोटी चम्मच
मैथी – 1 1/2 छोटी चम्मच
सौंफ – 2 छोटी चम्मच
राई – 1 1/2 छोटी चम्मच
गरम मसाला – 1 छोटी चम्मच
अदरक पाउडर – 1 छोटी चम्मच
हींग – एक चौथाई छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर – 1 छोटी चम्मच
बड़ी इलाइची – 5 छील कर कूटे हुए
खजूर – 12 पतले कटे हुए
लाल मिर्च- एक चौथाई छोटी चम्मच
तेल- 150 ग्राम
सादा नमक- 2 छोटे चम्मच
गुड़ – 300 ग्राम
सिरका – 3/4 कप
काला नमक – 1 छोटी चम्मच. (नीचे पढ़ें अचार तैयार करने की विधि)
ऐसे तैयार करें अचार-
अचार तैयार करने के लिए गोभी को टुकड़ों में काट ले. फिर उसे गरम पानी में आधा छोटा चम्मच नमक डालकर छोड़ दे. फिर गाजर और शलगम के लंबे टुकड़े कर ले. खजूर के बीज को हटाकर लंबे टुकड़े में काट ले. वहीं जीरा, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च, सोंफ, मैथी के साथ दरदरा पीस लें और अलग करके रख दे. एक दूसरा बरतन ले और उसके अन्दर गाजर और शलगम को डालकर 2 से 3 मिनट के लिए उबाल ले. फिर फ्लेम बंद कर दे. इन दोनों सब्जियों को 10 मिनट के लिए कुछ धक्कर छोड़ दे. जब सब्जियां हल्की नरम हो जाए तो इसे छान ले, फिर इन सब्जियों को सूती कपड़े में फैलाकर दो से तीन घंटे के लिए सूती कपड़े में करके धूप में सुखाए. (नीचे भी पढ़ें)
गैस पर एक कढ़ाई चढ़ाए, उसमे तेल डाकर हींग, हल्दी पाउडर और पिसा हुआ मसाला डाले. फिर इसमें गोभी, गाजर और शलगम को डालकर उसमें नमक और लाल मिर्च डालें. सभी को थोड़ी देर के लिए अच्छे से पका ले. फिर एक दूसरा बर्तन में सिरका और गुड़ को गरम करे. गुड़ पिघल जाए तो उसे छान ले. फिर उसमें कुटी हुई इलाइची और खजूर डालकर मिलाए. अचार को गाढ़ा होने तक पकाए. फिर उसे अच्छी तरह से ठंडा कर ले और कांच की बर्तन में भरकर रख दें. इस अचार को आप छह महीने तक स्टोर करके रख सकते है.