रामगोपाल जेना / चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम जिला के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र कराईकेला थाना क्षेत्र के उदय नारायणपुर गांव से खूंटी जिले के अड़की थाना व कराईकेला थाना की पुलिस ने कब्र से दो साल बाद कंकाल बरामद किया है. नक्सली क्षेत्र होने के कारण इस दौरान उदय नारायणपुर गांव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. सुरक्षा के मद्देनजर कराईकेला, अड़की और सीआरपीएफ के जवान तैनात थे. घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के ईचाहातु गांव में 5 जुलाई 2020 को हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था, जिसमें कराईकेला थाना क्षेत्र के उदयनरायणपुर गांव की भी टीम खेलने गई थी. इस टीम में उदयनारायणपुर गांव का जोड़ो स्वाई(23) भी खेलने के लिए गया था. (नीचे भी पढ़ें)
खेल के दौरान शाम में करीब एक दर्जन माओवादियों ने मैदान में हमला कर दिया था और फायरिंग शुरू कर दी थी. उसमें जोड़ो स्वाई की गोली लगने से मौत हो गई थी. इस मामले को लेकर अड़की थाना में एक मामला दर्ज हुआ था. जिसकी जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि जोड़ो स्वाई की माओवादी द्वारा की गई फायरिंग में मौत हो गई है और परिजन रात को घटनास्थल पहुंचे और शव को अपने घर लाने का प्रयास किया. माओवादीयों ने परिजनों को धमकी दी कि अगर पुलिस के पास गया तो अंजाम बहुत खराब होगा.उसके बाद परिजनों ने शव को चुपचाप दफना दिया. इसके बाद 2 साल बाद खूंटी न्यायालय के आदेश से गुरुवार को बीडीओ गिरजानंद किस्कू और कराईकेला थाना प्रभारी दीपक क्रेयशन एवं पुलिस की उपस्थिति में अरकी थाना पुलिस ने कब्र खोद कर कंकाल को फोरंसिक जांच के लिए निकाला गया. मालूम हो कि यह क्षेत्र पूर्ण नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. इस कारण माओवादी अपना समांतर राज चलाते हैं. यहां किसी को भी मौत के घाट उतार देना आम बात माना जाता है. कुछ भी ग्रामीण बोलने से कतराते हैं. पूरा क्षेत्र घनघोर जंगल होने के कारण लाश को छुपाने में या सबूत को मिटाने में काफी आसानी होती है. यहां नक्सलियों का बराबर आना जाना-लगा रहता है. यह क्षेत्र खूंटी, सरायकेला-खरसावां एवं पश्चिम सिंहभूम जिला का बॉर्डर क्षेत्र है. यह क्षेत्र नक्सलियों का गढ़ भी माना जाता है.