जमशेदपुर : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सहायक प्रभात ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि इतने बड़े नेता और चाणक्य की उपाधि लेकर विश्व भ्रमण करने वाले नेता अपने सलाहकार के आधी जानकारी के कारण जगहसाई के पात्र बन रहे है, जरूरी है कि वे अपना सलाहकार बदल ले नहीं तो जल्द ही उन्हें लोग चाणक्य छोड़ कर मुंगेरीलाल बोलना शुरू कर देंगे. प्रभात ठाकुर ने विभागीय पत्र जारी करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग मे सरकार के अवर सचिव मनोज कुमार सिन्हा ने 24 फरवरी को पत्र जारी करते हुए मंत्री के आप्त सचिव को स्पष्ट जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री कोषांग में कार्यरत सभी कर्मचारियों की सूची मांगी थी और स्पष्ट किया था कि स्वास्थ्य मंत्री के साथ वे सभी इसके पात्र है, इसके साथ उन्होंने कुल 90 स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो जिसमे अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह समेत, सभी जॉइंट सेकरेटी और कार्यालय में कार्य करने वाले कम्प्यूर ऑपरेटर समेत अन्य कर्मियों की सूची भी भेजी थी. सरयू राय के ज्ञान वर्धन के लिए बता दूँ कि ये प्रस्ताव कैबिनेट में भी पास है और मुख्य्मंत्री जी समेत मंत्री मंडल का अनुमति है फिर इसकी शिकायत करना हास्यास्पद है और चाणक्य के टैग को रिंन्यूअल करने का हथकंडा मात्र है. प्रभात ठाकुर ने बताया कि नकरात्मक राजनीति करने वाले सरयू राय जी को बन्ना फोबिया हो गया है, मंत्री बन्ना गुप्ता के हर अच्छे कार्य को गलत साबित करने के कारण जगहसाई के पात्र बन जा रहे है. उनसे आग्रह है कि नकरात्मक राजनीती छोड़कर पॉजिटिव राजनीति करें नहीं तो आने वाले चुनाव में जनता उनके सपनों पर पानी डाल देगी. उन्होंने आगे कहा कि उन्हें गलत जानकारी मिली है ये राशि सिर्फ 90 लोगो या 60 लोगो को नहीं बल्कि पंचायत स्तर पर कार्य कर रहे स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगो को मिली है.
सरयू राय जी का आरोप झारखंड के स्वास्थ्य एवं राहत कर्मियों की सेवा का अपमान है : जम्मी
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता के राजनीतिक सलाहकार जम्मी भास्कर ने विधायक सरयू राय द्वारा कोविड के प्रकोप के समय दिन रात कड़ी मेहनत कर कार्य करने वाले सदस्यो को पुरस्कार राशि दिये जाने पर प्रश्न खड़े करने पर उसे कोविड 19 के दौर में सेवा कार्य करने वाले झारखंड राज्य के सभी चिकित्सा एवं राहत कर्मियों की सेवा का अपमान बताया है।सलाहकार जम्मी भास्कर ने कहा की सरयू राय जी को हर अच्छे कार्यो में कमी नजर आती है, जमशेदपुर के स्वर्णरेखा नदी पर बन रहे पुल भी उन्हें पैसे की बर्बादी लगता है, जबकि यह पुल से जनता को जाम से राहत मिलेगी , विधायक सरयू राय जी को बन्ना गुप्ता जी का फोबिया हो गया है, हर विषय मे नकारात्मक राजनीति से जनता का भला नही हो सकता। माननीय स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जी ने कोरोना के गंभीर हालात के समय दिन रात अस्पतालों में बेड , ऑक्सीजन , दवाइयों की व्यवस्था की निगरानी कर राहत कार्यों में डटे हुए थे उनके साथ उनके सभी कर्मचारी भी सेवा कार्यों में लगे हुए थे, उस समय खुद मंत्री श्री बन्ना गुप्ता जी 2 बार कोरोना पॉज़िटिव हुए थे, उनके निजी स्टॉफ एवं सुरक्षाकर्मी भी पॉजिटिव हुए थे, नियमतः क्वॉरेंटाइन हुए थे , इसके बावजूद मंत्री श्री बन्ना गुप्ता जी ने अपने जान बचाने की परवाह किये बिना अपनी टीम के साथ झारखंड राज्य की जनता की जान बचाने को प्राथमिकता दी। राज्य की जनता ने कोविड काल मे श्री बन्ना गुप्ता जी के द्वारा किये गये सेवा कार्यो को करीब से देखा है , मंत्री जी के कुशल नेतृत्व में बाकी राज्यो के बनिस्पत झारखंड में कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता मिली थी, उनके नेतृत्व की राज्य की जनता ने सराहना की थी । कोविड के तीव्रता में कमी आने के बाद झारखंड सरकार के कैबिनेट का रेज्योलूशन था कि सेवा कार्यो में लगे स्वास्थ्य कर्मियों को पुरस्कार राशि देना है , स्वास्थ्य मंत्री जी के कार्यालय के कर्मचारी भी स्वास्थ्य विभाग के ही अंतर्गत आते है, ऐसे में सेवा कार्यो में समर्पित राहत कर्मियों को दिये गए पुरस्कार राशि पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करना राहत कर्मियों की सेवा का अपमान है। मंत्री श्री बन्ना गुप्ता जी की छवि खराब करने के नकारात्मक प्रयास की राजनीति से राज्य का भला नही हो सकता , जनता सब जानती है.