रांची : झारखंड की रजनीति में बड़ा उलटफेर हो रहा है. पहले भाजपा में सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा ने कांग्रेस को छोड़ दिया और भाजपा गयी तो, झामुमो छोड़कर विधायक सीता सोरेन ने भाजपा की सदस्य्ता ले ली. बुधवार को कांग्रेस को सफलता मिली. मांडू से भाजपा विधायक जयप्रकाश पटेल कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में दिल्ली के कांग्रेस कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली. 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा से निष्कासित किये जाने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थामा था और अब उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया. झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने उनको पार्टी की सदस्यता दिलाई. जयप्रकाश पटेल ने कहा कि उनके पिता टेकलाल महतो के सपने को पूरा करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए है. (नीचे भी पढे़ं)
पिता टेकलाल महतो के सपनों का झारखंड बनाना है. उन्होंने कहा कि भाजपा में टेकलाल महतो के सपने के मुताबिक नहीं पाया. उन्होंने कहा कि झारखंड के सभी 14 लोकसभा सीट जीतकर झारखंड को बचाना है. हमें सोचना है कि हम आदिवासी, दलितों को कैसे बचाना है. हमने लोभ लालच में नहीं बल्कि अपने पिता टेकलाल बाबू के सपनों को पूरा करने के लिए कांग्रेस का दामन थामा है. उन्होंने कहा कि वे इंडिया गठबंधन को आगे लेकर जाना चाहते है. पद की परवाह नहीं है. झारखंड को बचाना चाहते है. (नीचे भी पढे़ं)
दूसरी ओर, भाजपा नेता व झारखंड सरकार के पूर्व श्रम मंत्री राज पालिवार थोड़ी देर में कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. संभावना जताई जा रही है कि वह गोड्डा लोकसभा सीटा से कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं. बता दें कि पिछले कई सालों से राज पालिवार पार्टी से नाराज चल रहे थे. उनकी नाराजगी मधुपुर उपचुनाव के वक्त से ही देखने को मिल रही है. दरअसल राज पलिवार को उम्मीद थी कि भाजपा उन्हें मधुपुर विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बनाएगी. लेकिन आजसू नेता गंगा नारायण सिंह भाजपा में शामिल होकर टिकट झकट ले गए थे. इस बात से राज पालिवार का दर्द सामने छलक कर आ गया था.