Home सोसाइटी

Jamshedpur : कोरोना काल में संक्रमितों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध करा रहा ओसवाल जैन समाज, पार्वती घट पर भी नि:शुल्क उपलब्ध करायी 17 टन लकड़ी

जमशेदपुर : ओसवाल जैन समाज, जमशेदपुर के द्वारा कोरोना महामारी संकट के इस दौर में कोरोना मरीजों के सहायता के लिए मरीजों एवं उनके परिवार के लोगों के लिए निःशुल्क शुद्ध शाकाहारी वात्सल्य भोजन देने का कार्य प्रारम्भ किया गया था. इसके तहत पूरे जमशेदपुर में अब तक लगभग 650 पैकेट भोजन उपलब्ध करवाया गया है. यह भोजन शहर के विभिन्न क्षेत्र जैसे जुगसलाई, बागबेड़ा, परसुडीह, मनिफिट, मानगो, बालीगुमा, भुंइयाडीह, आदित्यपुर, सोनारी, कदमा, टेल्को आदि जगह पर वितरित किया गया. भोजन की उपलब्धता के लिए कोरोना संक्रमित परिवार द्वारा एक दिन पूर्व रात्रि 10 बजे तक मोबाइल संख्या 7004415400, 94701155217 या 8010206068 पर फ़ोन या व्हाट्सएप कर बताने से अगले दिन से दोनों समय का भोजन वितरण शुरू किया जाता है. समाज द्वारा उन्हें उपरोक्त व्यवस्था दोपहर एवं रात्रि दोनों समय के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है. (नीचे भी पढ़ें)

इसके अलावा शहर के श्मशान घाटों में दाह संस्कार हेतु शवों की बढ़ती संख्या के परिपेक्ष्य में लकड़ियों की कमी को देखते हुए जैन समाज, जमशेदपुर ने शव दाह के लिए बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट को गत 13 मई को 17.470 टन लकड़ी निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है और आगामी दिनों में शिव घाट, जुगसलाई एवं भुइयांडीह स्थित स्वर्णरिखा बर्निंग घाट को भी शव दाह हेतु निःशुल्क लकड़ियां उपलब्ध करवाई जाएगी. कोरोना मरीजों को समाज के तरफ से निःशुल्क ऑक्सीजन सिलेंडर की भी सेवा दी जा रही है. इसके तहत अब तक कई मरीजों को यह सेवा प्रदान की जा चुकी है. कोरोना महामारी संकट काल की इस लड़ाई में जमशेदपुर जैन समाज अपने पूरे दिल के साथ जमशेदपुर की जनता के साथ है और हर संभव सहयता के लिए तत्पर है. इन सेवा कार्य में मुख्य रूप से धर्मचंद जैन, गणेशमल जैन, राजकुमार कोचर, कमल जैन, नरेंद्र मुणोत, राजेन्द्र जैन, हेमेन्द्र जैन (हन्नु), रितेश नवलक्खा, टीकम जैन, मनोज संचेती, प्रितेश जैन, राजकुमार ललवानी, कौशल मालू, संतोष जैन, मुकेश जैन आदि सदस्यों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है.

[metaslider id=15963 cssclass=””]

NO COMMENTS

Leave a ReplyCancel reply

Floating Button Get News On WhatsApp
Don`t copy text!

Discover more from Sharp Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

Exit mobile version