जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना से मौत का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. गुरुवार को जमशेदपुर में कुल 3 लोगों की कोरोना से मौत हुई. मरने वालों में एक मानगो पोस्ट ऑफिस रोड के रहने वाले 69 वर्षीय पुरुष शामिल है, जिसका इलाज टीएमएच में चल रहा था और उनको 11 अगस्त को टीएमएच में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने गुरुवार को दम तोड़ दिया. इसी तरह जुगसलाई के रहने वाले 74 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत कोरोना से हो गई. बताया जाता है कि उनको एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उनकी हालत बिगड़ी जिसके बाद उनको टीएमएस शिफ्ट किया गया लेकिन टीएमएच पहुंचते तक उनकी मौत हो चुकी थी वे जुगसलाई गौशाला नाला रोड के रहने वाले थे. दूसरी ओर जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) के लिए काम करने वाले ठेका सफाई कर्मचारी की कोरोना से मौत हो गई. उनका इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा था वह सिर्फ 30 साल के ही थे. उक्त ठेका कर्मचारी का काम था कि कोरोना से जिस व्यक्ति की मौत हो जाती थी उसका लाश का अंतिम संस्कार हुआ करता था. इसी काम का कारण वे कोरोना पॉजिटिव हो गए जिसके बाद उसको एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई. उनकी मौत के खिलाफ परिजनों ने जमकर हंगामा किया और शव को उठने नहीं दिया. करीब आधे घंटे तक यह हंगामा होता रहा. परिजनों का कहना था कि सरकार के लिए कोरोना वॉरियर्स के तौर पर वह व्यक्ति काम करता था. इस कारण उनको मुआवजा दिया जाना चाहिए क्योंकि वही एकमात्र व्यक्ति थे जो परिवार का सहारा थे. काफी हंगामा के बाद जमशेदपुर अक्षेस के पदाधिकारियों ने परिजनों को समझाया और आश्वासन दिया कि सरकार के तरफ से हर संभव मदद पहुंचाया जाएगा, जिसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया.
टीएमएच में मौत प्रकरण की जांच
टीएमएच ने कोरोना मरीजों की मौत मामले में जिला सर्विलांस टीम को रिपोर्ट सौंप दिया है।ल. अब सर्विलांस टीम के तीनों डॉक्टर (डॉ. एके लाल, डॉ. आरएन शर्मा और डॉ. विमलेश कुमार) कारणों की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सिसिल सर्जन को सौंपेंगे. टीएमएच में कोरोना मरीजों की मौत के कारणों की जांच के लिए सिविल सर्जन डॉ. आरएन झा ने उपायुक्त सूरज कुमार के आदेश पर तीन डॉक्टर की टीम बनाई थी. इससे जिला स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने सोवमार व बुधवार को टीएमएच में जांच अभियान चलाया था.