जमशेदपुर : जमशेदपुर में अपराधियों का मनोबल काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है. लगातार अपराध बढ़ रहा है. इसी कड़ी में जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र में अपराधियों ने सनसनीखेज चोरी की घटना को अंजाम दिया. चोरों ने पर्वतारोही और पद्मश्री विजेता प्रेमलता अग्रवाल के कदमा केडी फ्लैट संख्या 71 में चोरी की और उनका पद्मश्री अवार्ड ही लेकर भाग गये.
चोरों ने उनके साथ 20 हजार रुपये नगद, दो हार्ड डिस्क, चांदी का सिक्का भी चोरी किये है, लेकिन चोरों ने चांदी का भगवान के मूर्तियों को हाथ नहीं लगाया है. इस घटना की जानकारी ट्विट के माध्यम से लोगों ने मुख्यमंत्री और डीजीपी को दी, जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और खुद सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट उनके घर पर पहुंचे है और जबकि डॉग स्कवायड समेत तमाम पुलिस बलों की मदद ली गयी है. पुलिस अपने खुफिया तंत्र से अपराधियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है. पद्मश्री अवार्ड की चोरी होने की घटना के बाद सनसनी फैल गयी है.
जमशेदपुर के कदमा टाटा स्टील द्वारा दिये गये केडी फ्लैट संख्या 71 में पर्वतारोही और पद्मश्री विजेता प्रेमलता अग्रवाल अपने पति बिमल अग्रवाल (संपादक, एवेन्यू मेल अंग्रेजी दैनिक) समेत पूरे परिवार के साथ रहती है. उनके पति बिमल अग्रवाल ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन लोगों ने कदमा मैरिन ड्राइव के पास ही एक फ्लैट खरीदी है, जहां सामानों को शिफ्ट किया जा रहा है. वे लोग रात को कदमा मैरिन ड्राइव में लिये गये नये फ्लैट में जाकर सोते थे और यहां सामानों को एक-एक कर ले जा रहे थे.
सामानों को एक जगह इकट्ठा कर वे लोग ताला बंद कर चले गये थे. सुबह जब पांच बजे वे लोग वहां आये तो देखा कि फ्लैट के अंदर पूरा सामान बिखरा हुआ है और चारों तरफ सामान पड़ा हुआ है. इसके बाद देखा कि फ्लैट का एक शीशा का खिड़की और एक रोशनदान का शीशा टूटा हुआ है. जब तलाशी ली गयी तो पता चला कि पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल को मिला पद्मश्री अवार्ड की ही चोरी कर ली गयी है जबकि वहां से 20 हजार रुपये नगद, दो हार्ड डिस्क, चांदी का सिक्का और अन्य सामान की चोरी हो गयी है. वे लोग पद्मश्री अवार्ड की चोरी होने को लेकर सबसे ज्यादा आहत हो गये थे. लेकिन उन लोगों ने पुलिस को जानकारी नहीं दी. उनके एक रिशतेदार ने झारखंड पुलिस को मामले में ट्विट किया, जिसके बाद पुलिस की टीम पहुंची और जांच शुरू हो गयी. सिटी एसपी समेत तमाम वरीय अधिकारी मामले की जांच कर रहे है.
गौरतलब है कि पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल 48 साल की उम्र में 29029 फुट की ऊंचाई पहुंचकर माउंड एवरेस्ट के शिखर को छूने वाली प्रथम भारतीय शादीशुदा महिला होने का गौरव हासिल की थी. इसके अलावा 50 साल की उम्र में 23 मई 2013 को वे उत्तरी अमेरिका के अलास्का के माउंट मैकेनले पर भी चढ़ाई करते उन्होंने नयी उपलब्धि हासिल की थी. इस पर्वत शिखर पर चढ़ने वाली भी वे पहली महिला पर्वतारोही बनी. इसके अलावा सातों महाद्वीप के शिखर पर चढ़ने वाली भी वे पहली भारतीय महिला बनी. उनकी इस विशिष्टता के कारण ही भारत सरकार ने 2013 में पद्मश्री के रुप में उनका चुनाव किया, जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उनको यह अवार्ड दिया. इसके अलावा 2017 में उनको तेंजिंग नार्गे अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था.