जमशेदपुर : मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की जेल में मौत उन्हें सेप्टीसीसमया होने के चलते हुई यानी उनके शरीर के घाव में सेप्टिक हो गया था. इसके कारण उन्होंने जेल में 17 जुलाई को दम तोड़ दिया था. यह खुलासा हरपाल सिंह थापर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई है. स्वर्गीय थापर के शरीर पर मौजूद घाव कितने पुराने थे, इस बात का जिक्र पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं की गयी है. इससे यह पता लगाना कठिन है कि 16 जुलाई 2021 को जेल जाने से पहले उनके शरीर पर घाव थे या जेल में रहने के दौरान उनके शरीर में घाव हुए. परिजनों के मुताबिक, हरपाल सिंह थापर का शरीर जब पोस्टमार्टम हाउस में ले जाया गया, तब उनके शरीर पर घाव और फफोले थे. जब समाज के लोगों ने उसको देखा था, तब कड़ी आपत्ति जतायी थी. इसके बाद बोर्ड की देखरेख में पोस्टमार्टम कराया गया था. लोगों ने यह आरोप लगाया था कि जेल में ही हरपाल सिंह थापर को गर्म वस्तु से दागा गया था, जिससे वह जल गये और बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट मेंभी यह सामने आयी कि सेप्टिक के कारण उनकी मौत हुई है. वैसे हरपाल सिंह थापर को जब जेल भेजा गया था, तब भी उसकी शारीरिक जांच की गयी थी, जिसमें किसी तरह घाव होने की बात नहीं की गयी थी. ऐसे में यह सवाल उठाना लाजिमी हैकि जेल में इतने घाव कैसे हो गये, जिससे सेप्टिस से उनकी मौत हो गयी. वैसे अभी इस मामले की असल रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है, जो बिसरा जांच के बाद ही सामने आयेगी.