रांची : सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जहर फैलाने वाले लोगों को सीधे जेल भेजा जायेगा. सोशल मीडिया पर जहर फैलाने वाले रुपये लेकर समाज को दूषित करते है. ये सुपारी किलर के सामान है. यह बातें झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने कहीं. श्री राव रांची में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. डीजीपी ने कहा कि सोशल मीडिया के खिलाफ रांची के ओरमांझी की हत्याकांड को लेकर सोशल मीडिया पर पुलिस के खिलाफ हमला बोलने वालों को नोटिस दी गयी है. ऐसे लोगों ने पुलिस का मनोबल तोड़ने का काम किया है, जिसको बख्शा नहीं जायेगा. जस्टिस फॉर रांची निर्भया कैंपेन चलाने वाले लोगों को नोटिस भेजा गया है. नोटिस दिया गया है कि वे लोग आकर बताये कि आप उनके बारे में क्या जानते है. अगर रांची की निर्भया है तो कौन कौन लोग इसमें शामिल थे. अगर उस बारे में आपको कोई जानकारी नहीं तो अपना स्टैंड क्लियर करें नहीं तो आपके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब यह नहीं की आप सोसाइटी को परेशान करें. उन्होंने मीडिया को भी नसीहत दी कि मीडिया पहले समझ लें कि क्या केस है, तब बातों को सामने लाये. कोई भी महिला का शव मिलना रेप लिखना सही नहीं होगा. उन्होंने अपने पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों को भी कहा कि वे लोग जनता के संपर्क में रहे, जनता के साथ मिलकर पुलिसिंग करेंगे तो सफलता ज्यादा मिल सकेगी. उन्होंने ओरमांझी हत्याकांड का उदभेदन करने वाले रांची ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, डीएसपी नीरज कुमार, सिल्ली डीएसपी चंद्रशेखर आजाद, खलारी डीएसपी मनोज कमार, डीएसपी साइबर थाना यशोधरा, ओरमांझी थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो, इंस्पेक्टर असीत कुमार मोदी समेत अन्य को पुरस्कृत किया जायेगा. उन्होंने इस दौरान समाज में गलत करने वालों का हाथ पैर तोड़ देने वाले दिये गये पूर्व के बयान पर कायम रहते हुए कहा कि अपराधियों की क्या पूजा की जानी चाहिए, माला पहनाया जाना चाहिए.
jharkhand-dgp-in-action-झारखंड के डीजीपी एमवी राव का दो टूक, पुलिस जनता के साथ मिलकर काम करें, मीडिया को भी दी नसीहत, डीजीपी बोले-अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब समाज में विद्वेष फैलाना नहीं, सोशल मीडिया पर गलत बात लिखने वाले सुपारी किलर, नहीं बख्शे जायेंगे
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