सरायकेला : सरायकेला-खरसावां जिले के सरायकेला थाना क्षेत्र में रफ्तार का कहर देखने को मिला. जहां गुरूवार को साइकिल से सैलेरी निकालने जा रहे 50 वर्षीय निजी कंपनी के कर्मचारी पाईमा तिउ की तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने मौके पर ही मौत हो गयी. हादसा इतना दर्दनाक था कि मृतक के शरीर के चीथड़े उड़ गए और पुलिस को शव के चीथड़ों को बेलचा से उठवाना पड़ा. यह दर्दनाक सड़क हादसा सरायकेला- कांड्रा मार्ग पर मुड़िया चंद्रपुर के समीप घटी है. वहीं घटना की मिलते ही सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय मौके पर पहुंचे और शव के चीथड़ों को उठवाया, और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि कोलाबीरा के समीप एक निजी फैक्ट्री में काम करने वाले नारायणपुर निवासी पाईमा तिउ नाइट शिफ्ट ड्यूटी के बाद अपने गांव नारायणपुर से अपने महीने की सैलरी निकालने साइकिल से कोलाबीरा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा जा रहे थे. इसी दौरान मुड़िया चंद्रपुर के समीप पीछे की ओर से आ रही आयरन चिप्स लदी ट्रक संख्या एनएल 01 एबी- 2177 ने जोरदार टक्कर मारी। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण बताते हैं कि पगडंडी पर साइकिल से चल रहे पाईमा को अनियंत्रित उक्त ट्रक द्वारा सड़क से नीचे उतरते हुए इतनी जोरदार टक्कर मारी गई कि पाईमा साइकिल सहित ट्रक के टायर में फंसकर तकरीबन 100 मीटर तक घसीटाते हुए चले गए। जिससे घटनास्थल पर ही पाईमा दर्दनाक मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद स्थानीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना सरायकेला थाना को दी. जिसके बाद सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
अब तक 38 जाने जा चुकी है
सरायकेला-खरसावां जिले से सटे जमशेदपुर और चाईबासा में नो इंट्री का असर जिले में अक्सर सड़क दुर्घटना के रूप में दिख जाती रही है. जहां नो इंट्री के लिए लाइन में लगने को लेकर चाईबासा से भाया सरायकेला होते हुए जमशेदपुर और उसी क्रम में दूसरी दिशा से भी मालवाहक वाहनों का अनियंत्रित गति से दिन-रात आवागमन देखा जाता रहा है. ऐसे अनियंत्रित मालवाहक ट्रकों की चपेट में आकर अब तक 38 जाने जा चुकी बताई जा रही है. इसके अलावा ऐसी वाहनों के मुख्य सड़क मार्ग के ढाबों के समीप अनियंत्रित रूप से पार्किंग भी आए दिनों सड़क दुर्घटना का सबब बन रही हैं.
मामला दर्ज कर पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय ने बताया है कि घटना करने वाले ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है. इसके साथ ही मृतक के बड़े बेटे राज किशोर तियू के बयान पर ट्रक चालक और ट्रक के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई की जा रही है.
गरीब ग्रामीण पाईमा था अपने परिवार का एकमात्र सहारा
मृतक पाईमा का 16 वर्षीय सबसे बड़ा बेटा राज किशोर तियू बताते हैं कि घर में उनके मां के अलावा दो छोटे भाई और दो छोटी बहनें है. पिता फैक्ट्री में काम कर परिवार का भरण पोषण करते थे. राजकिशोर बताते हैं कि दुर्घटना के समय वे अपनी सैलरी निकालने बैंक जा रहे थे.