शार्प भारत डेस्क : स्वस्थ जीवन जीने के लिए लोग जिमिंग, रनिंग, योगा, वॉक और ना जाने क्या क्या तरकीबे अपनाते हैं. हमारे स्वास्थ्य पर फिजकल एक्टविटी के साथ हमारे खानपान का असर सबसे ज्यादा होता है. हम जो भोजन करते है उसका असर हमारी सेहत पर पड़ता है. भोजन से ही हमें सभी तरह के पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है. इन पोषकों तत्वों की सहायता से हमारे शरीर की सभी क्रियाएं संचालित होती है. डॉक्टर और आयुर्वेदाचार्य भी इस बात की पुष्टि करते है कि हमारे शरीर पर ग्रहण किए गए भोजन और वातावरण का प्रभाव सबसे ज्यादा होता है. पिछले दिनों हुए एक रिसर्च में शोधार्थियों ने हेल्दी भोजन की थाली कैसी हो इसका पता लगाया है. शोधार्थियों का मानना हैं कि अगर इस अनुपात में अपने भोजन की थाली को तैयार करे तो कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता हैं. शोधार्थियों के अनुसार भोजन की थाली में पर्याप्त मात्रा में साबुत अनाज, हरी सब्जी, प्रोटीन, हेल्दी प्लांट ऑयल, पानी आदि का समावेश होना चाहिए. (नीचे भी पढ़ें)
रिसर्चरों ने बताया कि भोजन की थाली का आधा भाग सब्जियों और ताजे फलों से भरा होना चाहिए. आधे बचे भाग का एक चौथाई साबुत अनाज, एक चौथाई प्रोटीन, एक चौथाई सलाद को थाली में जगह देनी चाहिए. सीजनल रंग बिरंगी सब्जियां और फल काफी हेल्दी होते है. भोजन में इनके वेरायटी पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है. आलू और फ्रेंच फाई जैसी चीजें जो मोटापा बढ़ाती है, उन्हें थाली में सीमित ही रखे. हरी पत्तेदार सब्जियां, फूलगभी, बींस, गाजर और सीजनल फल का सेवन करें. साबुत अनाज में जौ, बाजरा, मक्का, ओट्स, काले चने को भोजन में जरुर शामिल करें. (नीचे भी पढ़ें)
इनसे मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट शरीर में धीरे धीरे अवशोषित होते है. जिसका सबसे ज्यादा लाभ शुगर से ग्रसित मरीजों को मिलता है. इनके सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है. रिफाइंड आटा, मैदा का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना चाहिए. प्रोटीन के लिए अंडे, फिश, चिकन और पॉल्ट्री प्रोडक्ट को भोजन में शामिल करें. शाकाहारी बींस, नट्स, पनीर, सोया इत्यादि प्रोटीनयुक्त चीजों का सेवन कर सकते हैं. ऑयल में सोया, कॉर्न, मूंगफली, नारियल और ऑलिव ऑयल का उपयोग कर सकते हैं. अन्य बेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल करने से बचे. बचे हुए एक चौथाई भाग में गाजर, खीरा, टमाटर, प्याज, चूकंदर का सलाद ले सकते हैं. इसके अलावा पूरे दिन एक्टिव रहने के लिए थोड़ी थोड़ी देर में पानी पीते रहें. साथ ही भोजन में चाय, कॉफी और कैफीन युक्त चीजों को दूर रखना चाहिए.
(ऊपर लिखी बातें सामान्य जानकारी और लोगों से बातचीत पर आधारित हैं. शार्प भारत इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी प्रकार के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें)