चांडिल : भूमिज समाज की पवित्र श्मशान भूमि ‘हाड़शाली’ (हेम्ब्रम गोत्र) के अतिक्रमण के विरोध में आदिम भूमिज समाज ने लाया सह हाड़ शाली सुरक्षा समिति के अध्यक्ष सुभाष सिंह की अध्यक्षता में नीमडीह प्रखंड के लुपुंगडीह में जनसभा की. इससे पूर्व उपस्थित जनसमूह ने भगवान बिरसा मुंडा व वीर योद्धा शहीद गंगानारायण सिंह के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया. जनसभा में प्राचीन धार्मिक स्थल हाड़शाली की सुरक्षा के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गयी. जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अखिल भारतीय आदिम भूमिज मुंडा कल्याण समिति के अध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह ने कहा कि पवित्र श्मशान भूमि हमारे पूर्वजों का धार्मिक इतिहास है और हमारे धर्म के साथ खिलवाड़ करने के विरुद्ध कारवाई होनी चाहिये. उन्होंने कहा कि इसके साथ समाज के लोगों को भी जागरूक करने की आवश्यकता है. विशिष्ट अतिथि समिति के सचिव जय सिंह सरदार ने कहा कि बीएड कॉलेज समिति ने पवित्र हाड़शाली के अतिक्रमण का जो प्रयास किया है, वह काफी निंदनीय कार्य है. सुदर्शन भूमिज ने कहा कि श्मशान भूमि को जिन लोगों ने क्षति पहुंचायी है, उन लोगों को सामाजिक दंड दिया जायेगा और प्राचीन धार्मिक हाड़शाली का पूजा-अर्चना कर शुद्धिकरण करना होगा. इस अवसर पर हरीश भूमिज, दुलाल सिंह, सीताराम सिंह, मुखिया मंदाकिनी सिंह व जयदेव सिंह, करमू सिंह सरदार, मेघलाल सिंह, ग्राम प्रधान गौरी शंकर सिंह, ग्राम सभा अध्यक्ष छुटू सिंह सरदार ने भी अपने विचार रखे.
कॉलेज प्रबंधन के पदाधिकारियों को दंड देने पर हुई चर्चा
सभा में आशु किस्कू एंड रवि किस्कू मेमोरियल टीचर ट्रेनिंग बीएड कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव जगदीश महतो, कथित अध्यक्ष सुनील सिंह व सचिव जयराम प्रसाद को आदिवासी परंपरा के तहत सामाजिक दंड देने पर चर्चा की गई. सभा में उपस्थित लोगों ने कहा कि अगर उपरोक्त तीनों व्यक्ति आदिवासी परंपरा की अवमानना करेंगे तो तीनों के पर कानूनी कार्यवाही करने के लिए आदिवासी समाज बाध्य होंगा.