चाकुलिया : कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने लॉक डाउन की घोषणा की है. लॉक डाउन होने से वाहनों का परिचालन बंद है. लॉक डाउन होने से पूर्व करहिया गांव निवासी राजेश कुमार ऋषिदेव अपने दादा को ढूंढने निकले कानपुर पहुंचा था उसी क्रम में लॉक डाउन हो गया, वहां से राजेश कुमार ऋषि देव पैदल ही रास्ता भटक कर जमशेदपुर पहुंचा. उसने बताया कि कानपुर से जमशेदपुर आने में 25 से 30 दिन लगे हैं. कहा कि वह पैदल चलते-चलते आने के क्रम में जहां रात होती वहां लोगों से मांग कर कुछ खा लेता था और वही रात गुजारता था. पुन: दूसरे दिन फिर पैदल निकल पड़ता था. राजेश ने बताया कि वह जमशेदपुर पहुंच कर पैदल ही रेलवे ट्रेक किनारे चलते चलते सोमवार की शाम चाकुलिया स्टेशन पहुंचा. स्टेशन पर चाकुलिया निवासी विश्वनाथ घोष ने उसे खाने के लिए रोटी सब्जी दी. राजेश कुमार ऋषिदेव अपना गांव करहिया बताया पिता का नाम चंद्र देव ऋषिदेव और थाना नेमोआ जिला बिराटनगर का रहने वाला है. इसकी सूचना सीओ अरविंद ओझा को दी गयी. सूचना पाकर पदाधिकारियों ने उसे क्वारंटाइन में पहुंचाया है.
बिराटनगर करहिया से अपने दादा को ढूंढ़ने निकला युवक नागपुर से पैदल जमशेदपुर पहुंचा, वहां से भटकते हुए पैदल पहुंचा चाकुलिया, हुआ क्वारंटाइन
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