देवघर : जसीडीह रोहणी शहीद स्थल पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के तीन जांबाज सेनानी सलामत अली, अमानत अली और शेख हारून के प्रतिमा को देश के प्रति उनके बलिदान के सम्मान में लगाया गया है. ऐसे में असमाजिक तत्वों द्वारा स्वतंत्रता सेनानी अमानत अली की प्रतिमा को क्षति पहुंचाने के मामले को संज्ञान में लेते हुए उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी मंजुनाथ भंजत्री ने संबंधित अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को त्वरित जांच करते हुए ऐसा करने वाले को चन्हित कर कठोर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
इसके अलावा उपायुक्त मंजुनाथ भंजत्री ने स्वतंत्रता सेनानी अमानत अली की प्रतिमा को पुनर्स्थापित करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है. साथ ही पार्क के आसपास सुरक्षा के दृष्टिकोण से आवश्यक इंतजामों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया, ताकि भविष्य में ऐसी पुनरावृति न हो। ज्ञात हो कि रोहिणी शहीद स्थल प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का गवाह है. 16 जून 1857 को देवघर के रोहिणी स्थित शहीद स्थल में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमानत अली, सलामत अली और शेख हारून को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दे दी थी. ये तीनों शहीद प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं.