देवघर : गुरु शिष्य परंपरा के द्योतक स्व.नरसिंह पंडित की पुण्यतिथि शनिवार को हिंदी विद्यापीठ में मनाई गयी. इस अवसर पर गोवर्धन साहित्य महाविद्यालय की छात्र-छात्राओं ने ‘ मोहे लागी लगन, गुरु चरणन की.. गीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस क्रम में समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर रामनंदन सिंह ने अहिन्दी भाषा की छात्र-छात्राओं को हिंदी भाषी बनाने में गुरु स्व.नरसिंह पंडित के योगदान को अमूल्य बताया. उन्होंने कहा पंडित के छात्रों की लंबी फेहरिस्त है, जिसमे पूर्व मंत्री कृष्णानंद झा का भी नाम है. पंडित जी अपने कृतित्व से सदैव याद किये जायेंगे. अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ संजय कुमार खवाड़े ने पंडित जी के व्यक्तित्व को प्रभावशाली बताया. उन्होंने कहा कि जिनकी कृति होती है, वे सदैव जीवित रहते हैं. पंडित जी गुरु शिष्य परंपरा के संवाहक थे. (नीचे भी पढ़ें)
मौके पर उपस्थित संस्थान के कुलसचिव के.के.ठाकुर ने हिंदी विद्यापीठ के प्रति नरसिंह बाबू के योगदान को बहुमूल्य बताया. उनके आदर्शों को अपने दैनिक जीवन में चरितार्थ करने की बात कही. इसी क्रम में किसी जमाने में उनके छात्र रहे किशोर लाल कुंजीलवार एवं नुनुभाई मिश्र ने अपना उद्गार व्यक्त करते हुए अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया. कार्यक्रम का संचालन कर हिमांशु झा ने मानव होने को सौभाग्य बताते हुए नरसिंह बाबू की तरह गुरु होने को परम सौभाग्य बताया. इससे पूर्व सबों ने पंडित जी की तस्वीर पर पुष्पांजलि देकर शीश नवाया. इस अवसर पर मुनेंद्र पंडित, चंद्रमोहन झा, डॉ. एल.एन. पंडित,गोकुल चांद नरौने, रमानाथ झा व संस्थान के मीडिया प्रभारी शम्भू सहाय समेत तमाम शिक्षकगण मौजूद थे.